आखिरकार अर्जेंटीना फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में हराकर तीसरी बार फुटबॉल वर्ल्ड चैंपियन बना। इस फुटबॉल वर्ल्ड कप का फाइनल मेसी और एम्बाप्पे के बीच दोतरफा मुकाबला बन गया प्रतीत हुआ। सबसे पहले मेसी ने पेनल्टी पर गोल किया, फिर म्बाप्पे ने पेनल्टी पर गोल किया। इसके बाद फिर अर्जेंटीना के खिलाफ बराबरी के लिए एक और शानदार गोल किया। अतिरिक्त समय में मेसी ने टीम का तीसरा गोल दागा तो म्बाप्पे ने भी तीसरा गोल नाहले को मारकर हैट्रिक पूरी की। इस तरह अर्जेंटीना की टीम फीफा विश्व कप 2022 की चैंपियन बन गई है। अर्जेंटीना की जीत पर भारत में भी जश्न माहौल देखने को मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर बधाई विजेता टीम को बधाई दी।
फुटबॉल विश्व कप के फाइनल मैच में मेसी ने 3 गोल किए और एम्बाप्पे ने 4 गोल किए, बाकी टीम एमबाप्पे का साथ नहीं दे सकी।
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले चर्चा थी कि इस बार यूरोपियन दबदबा टूटे पाएगा या नहीं। पिछले 16 सालों से यूरोपीय देशों का फीफा विश्व कप पर एकाधिकार था। 2002 में अंतिम बार गैर यूरोपीय टीम दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील विश्व चैंपियन बना था और 2006 विश्व कप तक चैंपियन रहा था। 2006 से 2022 तक यूरोपीय देश ही फीफा विश्व कप चैंपियन बने रहे।
FIFA World Cup 2022: अर्जेंटीना की जीत पर भारत में भी जश्न, पीएम मोदी ने ट्विटर पर बधाई दी; मेज पर चढ़कर नाचे लियोनल मेसी; देखें VIDEO#FIFAWorldCup2022 #FIFAWorldCup #PMModi https://t.co/EhEW5iKtCd
— Jansatta (@Jansatta) December 19, 2022
ब्राजील और अर्जेंटीना के अलावा उरुग्वे तीसरा दक्षिण अमेरिकी देश है, जो 1930 में फीफा विश्व कप जीता है। उरुग्वे ने 1950 में भी मेजबान ब्राजील को 2-1 से हराकर न सिर्फ विश्व खिताब जीता बल्कि उस दौरान का सबसे बड़ा उलटफेर भी किया। इस बार उरुग्वे की टीम ग्रुप स्टेज से ही कट गई थी।