रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपने एक बयान में कहा है कि चीन और भारत पहले से ही संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के सदस्यों से कई मामलों में आगे हैं। ये बयान देकर रूस ने एक बार फिर से भारत और चीन की तारीफ की है। इस बयान के तहत सर्गेई लावरोव ने चीन और भारत को अपना सच्चा दोस्त बताया।
सर्गेई लावरोव ने दोनों देशों के मध्य आर्थिक शक्ति के नए केंद्रों के विकास तथा वित्तीय और राजनीतिक प्रभाव पर भी विस्तार से बात की। रूसी विदेश मंत्री ने अमेरिका को चुनौती देते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि पश्चिम के देश हाइब्रिड युद्ध के जरिये भारत और चीन जैसे देशों की आर्थिक शक्ति, वित्तीय और राजनीतिक प्रभाव के साथ इनके विकास को रोक नहीं सकते।
रूसी विदेश मंत्री ने बहु-ध्रुवीय दुनिया की स्थापना एक अजेय प्रक्रिया बताया। उन्होंने आगे कहा कि सामूहिक पश्चिम – संयुक्त राज्य अमेरिका, नाटो और यूरोपीय संघ, पर पूरी तरह से वाशिंगटन का नियंत्रण है। इस बहु-ध्रुवीय प्रक्रिया को उलटने की कोशिश भी की जा रही है उन्होंने इन प्रयासों को व्यर्थ बताया।
भारत और चीन पर बोले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव- दोनों देश कई मामलों में अमेरिका और यूरोपीय संघ के सदस्यों से आगे#Russia #India #China #America #EuropeanUnion https://t.co/JZiqhXRqzF
— लोकमत हिन्दी (@LokmatNewsHindi) January 28, 2023
अपने बयान में रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने तुर्की, मिस्र, फारस की खाड़ी के देशों सहित ब्राजील और अन्य लैटिन अमेरिकी देशों को बहु-ध्रुवीयता का भावी केंद्र बताया। उन्होंने इसे वर्तमान समय में प्रभावशाली और आत्मनिर्भर केंद्रों के रूप में उभरता बताया।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इरिट्रिया में संयुक्त समाचार सम्मेलन के दौरान घोषणा की कि 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन इस साल अगस्त के अंत में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में होने वाला है।