काहिरा: मिस्र के एक प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल से हाथों के पंजे मिले हैं जो कटे हुए इंसानी हाथों के पंजे हैं। माना जा रहा है कि इन लोगों के हाथ तकरीबन 3673 साल पहले कटे थे।
बरामद होने वाले इन बारह हाथों में से 11 पुरुष और एक महिला के हैं। इस प्रकार मिस्र में विजित सेनाओं के हाथ काटने की सजा का पहला प्रमाण सामने आया है। ये हिक्सोस युग से संबंधित हैं जिसकी उत्पत्ति 1650 ईसा पूर्व में हुई थी।
इस अधिनियम के समारोह को ‘गोल्ड ऑफ ऑनर’ कहा जाता था क्योंकि यह एक प्राचीन शिलालेख में इसकी जानकारी है। ऐसा इसलिए था क्योंकि विजयी सैनिक या सेनापति राजा को खुश करने के लिए सबूत के तौर पर अपने कटे हुए हाथ या पैर के साथ लौट आते थे।
नेचर के साप्ताहिक अंक में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक ये निशान तयिल-उद-दाबा इलाके में मिले हैं। जर्मन विशेषज्ञ 2011 से यहां शोध कर रहे हैं, जो डेल्टा के तट पर मिस्र के प्राचीन शहर अवारस के पास स्थित है।
A BIT HANDSY-Archaeologists from the Occidental College of Miami have uncovered a pit containing 12 severed hands in Hyksos,Egypt. The practice of severing the right hands of enemies-a form of status symbol to the Egyptians akin to flaunting a new iPhone-went on for centuries pic.twitter.com/zv9NMwcKKW
— The Folk Horror Consortium (@folkhorrorforum) April 3, 2023
पाए गए सभी दाहिने हाथ शाही सिंहासन कक्ष में पाए गए हैं और संभवतः शाही गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए थे। सभी हाथों के एक्स-रे से पता चला कि उन्हें सावधानीपूर्वक काट कर मानव हाथ से अलग किया गया था। शायद वे फैरोनिक राजाओं को ट्राफियों के रूप में प्रस्तुत किए गए थे।
विशेषज्ञों ने हाथों के अलावा अन्य महत्वपूर्ण अंगों को खोजने की कोशिश की है लेकिन उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली है।