यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं। ये परीक्षाएं 04 मार्च तक चलेंगी। इस बार इन परीक्षाओं में 58 लाख से अधिक छात्र छात्राएं शिरकत कर रहे हैं। बोर्ड परीक्षाओं को नक़ल मुक्त और सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त नियमों को जारी किया है।
हमेशा की तरह यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 2 पालियों में चल रही हैं। दसवीं कक्षा की परीक्षा पहली पाली में सुबह 8 बजे से 11:15 बजे तक और दूसरी पाली में बारहवीं कक्षा की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 बजे तक चलेगी।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) द्वारा आयोजित इन परीक्षाओं के लिए राज्य के 75 जिलों में 8752 केंद्र बनाए गए हैं। यूपी बोर्ड परीक्षामें शामिल होने वाले 58 लाख से अधिक छात्रों में कक्षा दसवीं के लिए लगभग 31.2 लाख छात्र और बारहवीं कक्षा के लिए तकरीबन 27.5 लाख से ज़्यादा छात्रों ने पंजीकरण कराया है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। प्रदेश भर में 8753 परीक्षा केंद्रों में 58,85,745 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। वहीं राजधानी लखनऊ परीक्षा देने आए छात्रों की आरती उतारकर और पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।#UPBoardExam2023 pic.twitter.com/3OXyAwtO1c
— IANS Hindi (@IANSKhabar) February 16, 2023
यूपी बोर्ड के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि जिलाधिकारी पूरे राज्य में प्रत्येक परीक्षा केंद्र के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त करेंगे। परीक्षा के दौरान परीक्षा प्रश्नपत्रों की कड़ी निगरानी के लिए प्राचार्य कक्ष के अलावा एक अलग कक्ष होगा।
छात्रों को दी जाने वाली उत्तर पुस्तिकाओं पर बारकोड और मोनोग्राम होंगे। परीक्षा प्रश्नपत्रों को डबल लॉक वाली अलमारी में रखने के साथ सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है। साथ ही परीक्षा में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाए जाने की भी बात कही गई है। इसके अलावा उत्तर पुस्तिओं के फेरबदल को रोकने के लिए सरकार ने उत्तर पुस्तिकाओं को सिल कर विद्यार्थियों को देने का निर्णय लिया है। इसके तहत सरकार का मक़सद कॉपी माफिया को मेधावी छात्रों की उत्तर पुस्तिका बदलने से रोकना है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि पिछले वर्ष स्टेपलर पिन हटाकर कॉपियां बदलने की शिकायतें सामने आई थीं।