नई दिल्ली। जनता दल यू के बागी नेता शरद यादव ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उस पर देश की विविधता को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। साथ ही संविधान की रक्षा और दलितों, किसानों ,आदिवासियों और वंचितों के हक के लिए देशवासियों खासकर युवाओं का उठ खडे़ होने का आह्वान किया।
शरद यादव ने आज यहां विपक्षी दलों के ‘साझा विरासत सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा, आज देश में बेचैनी है। एक ओर भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीट की जा रही हत्याओं से खास समुदाय को डराने की कोशिश की जा रही है दूसरी ओर दलितों और आदिवासियों पर जुल्म बढ़ रहा है। दलितों पर अत्याचार के खिलाफ सरकार को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वंचित तबका मजबूत नहीं होगा तो देश भी मजबूत नहीं हो सकता ।
शरद यादव ने कहा कि चीन जिस रतह की दादागिरी और धौंस दिखा रहा है उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। पूरा देश इस पर सरकार के साथ है लेकिन यदि देश अंदर से मजबूत नहीं होगा तो हम चीन को ललकार नहीं पायेंगे ।
उन्होंने कहा कि इस देश में अनेक धर्म , जाति , सम्प्रदाय और भाषा के लोग हैं और इसकी विविधता ही इसकी खूबी है । तमाम अंतर्विरोधों के बावजूद लोगों की विरासत साझी है और सभी परस्पर मेलजोल और सद्भाव के साथ मिलजुलकर रहते हैं लेकिन अब कुछ तत्व इसे ही नष्ट करना चाहते हैं। ये तत्व देश का बंटवारा करके इसे तोड़ना चाहते हैं ।
संविधान की रक्षा करने के लिए लोगों से उठ खड़े होने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास सबसे बडी ताकत बैलेट पेपर की है और इसी का इस्तेमाल करके अन्याय और जुल्म को समाप्त करना होगा।