इंदौर, 27 मार्च : मध्यप्रदेश के इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधीन आने वाले 5 शासकीय अस्पतालों के 400 से ज्यादा ‘जूनियर डॉक्टरों’ ने आज विरोध स्वरूप दो घंटे अपनी सेवाएं नहीं दी। इसके चलते अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुयी है।
तीन माह से वेतन नहीं मिलने और अन्य मांगों को लेकर सुबह दस बजे से 12 बजे तक काम बंद। कोरोना महामारी के दौर में जूनियर डॉक्टर नियमित सेवाएं दे रहे है। राज्य सरकार ने दस हजार रुपये प्रतिमाह कोरोना ड्यूटी के दौरान बड़ा कर अदा करने का वादा किया था।
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रखर चौधरी ने बताया कि तीन माह से वेतन नहीं मिलने और अन्य मांगों को लेकर आज हमने सुबह दस बजे से 12 बजे तक काम बंद रखा। श्री चौधरी ने दावा किया कि उनके 500 साथी को तीन माह से वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में जूनियर डॉक्टर नियमित सेवाएं दे रहे है। राज्य सरकार ने दस हजार रुपये प्रतिमाह कोरोना ड्यूटी के दौरान बड़ा कर अदा करने का वादा किया था। लेकिन बड़ा हुआ वेतन तो नहीं मिला, इसके अलावा मूल वेतन का भुगतान भी नहीं किया गया।
श्री चौधरी ने शीघ्र ही समस्या का समाधान न होने पर हड़ताल पर चले जाने की चेतावनी दी है। जूनियर डॉक्टर यहां महाराजा यशवंत राव चिकित्सालय, पिसी सेठी अस्पताल, चेस्ट सेंटर, एमआरटीबी अस्पताल और एक अन्य अस्पताल में सेवाएं देते हैं। इन जूनियर डॉक्टरों के आज दो घन्टे काम बंद करने से ओपीडी कार्य खासा प्रभावित रहा।