नीट यूजी 2024 परीक्षा विवाद के चलते देशभर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली बार स्वीकार किया है कि एग्जाम में गड़बड़ी हुई है।
यूनियन एजुकेशन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- ‘दो जगहों पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं। मैं छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है।’
शिक्षा मंत्री का कहना है कि परीक्षा में दो गड़बड़ियां पायी गई हैं। उनके मुताबिक़, जो लोग इस धांधली में शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के बड़े अधिकारी भी क्यों न हों। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में सुधार की आवश्यकता है और सरकार इस पर विचार कर रही है।
गौरतलब है कि इस वर्ष 5 मई को कराई गई नीट की परीक्षा में 23 लाख 30 हजार बच्चे शामिल हुए। परीक्षा का परिणाम 4 जून को तब जारी किया गया जब पूरा देश चुनाव नतीजों पर नज़रें जमाए था।
घोषित परिणाम में 720 यानी पूरे अंक पाने वाले छात्रों की संख्या 67 थी। इस परीक्षा के इतिहास में ऐसा परिणाम पहली बार आया जब इतने छात्र टॉप स्कोर ला सके।
इस पर छात्रों द्वारा सवाल उठाए जाने और विरोध करने के बाद मामला तूल पकड़ता गया। कुछ राज्यों में पेपर लीक के आरोप के साथ बिहार और गुजरात से गिरफ्तारियां होने की खबरों को भी इससे जोड़ा जाने लगा।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और सुप्रीम कोर्ट के बीच मामले की सुनवाई में परीक्षा 20 जून को फिर से कराने की बात कही गई। अतिरिक्त नंबरों वाली अंकतालिका को रद्द किया गया। इस बीच परीक्षा और परिणाम में गड़बड़ी को लेकर सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं।
दायर याचिका में नीट पेपर लीक की जाँच सीबीआई से कराने के अलावा इस वर्ष की पूरी परीक्षा को रद्द करके फिर से एग्जाम लिए जाने की मांग की गई है। इन मामलों पर सुप्रीम कोर्ट एक साथ 8 जुलाई को सुनवाई करेगा।