कोलंबो. श्रीलंका में लोग भयानक सूखे की त्रासदी का सामना कर रहे हैं। सूखे के कारण इस वर्ष श्रीलंका में 1,041,690 लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। drought
श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक यहां 18 जिले सूखे की चपेट में हैं। इन सभी जिलों में बचाव दल लोगों को पेयजल वितरित कर मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि आगामी सप्ताहों में भी अगर बारिश नहीं या कम हुई तो सूखा प्रभावितों की संख्या और बढ़ सकती है।
वहीं, राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने सभी निजी संस्थानों से अपने-अपने संस्थानों में विज्ञापन और सजावट के लिए लगाई गईं लाइटों को बुझाकर बिजली बचाने का अनुरोध किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश में सूखे के कारण भविष्य में बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सभी की जिम्मेदारी बनती है कि अभी से किफायती तरीके से बिजली का उपयोग करें।
नेशनल वाटर सप्लाई एंड ड्रेनेज बोर्ड ने भी लोगों को चेताया है कि श्रीलंका की एक सबसे बड़ी नदी कालू गंगा के पानी का इस्तेमाल पीने के लिए न करें, क्योंकि मौजूदा सूखे के कारण उसमें समुद्र का पानी मिल गया है।
आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने कहा कि श्रीलंका में किसी समय युद्धग्रस्त क्षेत्र रहा देश का उत्तरी हिस्सा भी गंभीर रूप से सूखे से प्रभावित है।