लखनऊ। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लखनऊ में एक अलग ही अंदाज में नजर आए। कार्यकर्ता लगातार सवाल पूछे जा रहे थे और मंच से राहुल उनका जवाब दे रहे थे, लेकिन राहुल के एक जवाब ने सबको हैरान कर दिया। अखिलेश को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि ‘अखिलेश ठीक लड़का है लेकिन वह कुछ कर नहीं पाया’।
कार्यकर्ताओं की भीड़ सुबह से जमा हो गई थी लेकिन दोपहर के वक्त तेज बारिश में सारे इंतजाम दम तोड़ते नजर आए। लेकिन नेता से लेकर कार्यकर्ता सभी बारिश में सराबोर होकर डटे रहे। शॉर्ट सर्किट होने की वजह से बिजली काटनी पड़ी और साउंड सिस्टम ने भी काम करना बंद कर दिया। दोपहर 3:00 बजे जब राहुल गांधी सफेद कुर्ता और नीली जींस पहन कर पहुंचे तब बारिश तो रुक चुकी थी लेकिन मंच पर उनका स्वागत करने वाले सभी नेता ऊपर से नीचे तक भीगे हुए थे। राहुल गांधी कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए और उनके सवालों के एक के बाद एक जवाब करीब डेढ़ घंटे तक दिए।
लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में राहुल गांधी की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक एक तरह से कांग्रेस पार्टी का चुनावी उद्घोष था। इस बैठक का नाम ही ‘यूपी उद्घोष’ दिया गया था। इंतजाम के लिहाज से एक अलग तरह की बैठक थी जिसकी पूरी रूपरेखा प्रशांत किशोर ने तैयार की थी। हजारों कार्यकर्ताओं के सामने राहुल गांधी ने रैंप पर चलते हुए तमाम सवालों के जवाब दिए। मंच पर मुख्यमंत्री पद की दावेदार शीला दीक्षित, गुलाम नबी आजाद और राज बब्बर समेत उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सभी नेता मौजूद थे।
उम्रदराज शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाने पर पूछे गए सवाल के जबाव में राहुल गांधी ने कहा कि उम्र से ज्यादा जरूरी सोच होती है। शीला दीक्षित की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा कि युवाओं के ऊर्जा की जरूरत होती है लेकिन साथ ही, पार्टी को अनुभव की भी बहुत जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राहुल गांधी के निशाने पर थे। राहुल गांधी ने कहा कि वह नरेंद्र मोदी की तरह खोखले वादे करने में विश्वास नहीं करते। मोदीजी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन की खिल्ली उड़ाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बुलेट ट्रेन का किराया ₹15000 होगा और उसमें मोदी के सूट-बूट वाले दोस्त ही सफर कर पाएंगे।
राहुल गांधी ने अरहर मोदी के नारे पर एक बार फिर तालियां बटोरी और कहा कि अब दाल ₹200 किलो बिक रही है जबकि किसानों को 1 किलो के 45 रुपए ही मिल रहे हैं। भीड़ जुटाने के लिए लिहाज से कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा और राहुल गांधी से सीधे सवाल पूछकर कांग्रेस के कार्यकर्ता भी खुश नजर आए। लेकिन राहुल गांधी ने ज्यादातर वही बातें दोहराईं जो वह पहले से कहते रहे हैं। इसलिए राहुल गांधी के रैंप वॉक के अलावा इस बैठक में ऐसी कोई बात नहीं हुई जो कार्यकर्ताओं के लिए इसे यादगार बना दे।