लॉस एंजिलिस: अब तक की जानकारी के अनुसार स्वाद केवल पांच प्रकार के होते हैं। मीठा, नमकीन, खट्टा, कड़वा और उमामी।
उमामी खाने के सामन में स्वादिष्ट या मांसयुक्त स्वाद है। यह तीन यौगिकों से आता है जो प्राकृतिक रूप से पौधों और मांस में पाए जाते हैं। इन्हे ग्लूटामेट, इनोसिनेट और गुआनाइलेट के नाम से जानते हैं। ग्लूटामेट एक अमीनो एसिड है जो सब्जियों और मांस में पाया जाता है। आयोसिनेट मुख्य रूप से मांस में पाया जाता है, और ग्वानीलेट का स्तर पौधों में सबसे अधिक होता है।
लेकिन अब इस सूची में एक और स्वाद जोड़ने का समय आ गया है। दरअसल अमरीका में दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि हमारी जीभ अमोनियम क्लोराइड को जिस तरह से ग्रहण करती है उसे हमारे छठे स्वाद के रूप में गिना जाना चाहिए।
शोध से पता चलता है कि ओटीओपी1 चैनल अमोनियम के प्रति व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
दशकों से वैज्ञानिक यह जानते हैं कि हमारी जीभ अमोनियम क्लोराइड पर प्रतिक्रिया करती है, लेकिन अब तक इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं था।
ओटीओपी1 नामक प्रोटीन खट्टे स्वाद के लिए जिम्मेदार है और शोध में टीम ने यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या अमोनियम क्लोराइड भी ओटीओपी1 (OTOP1) के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
इसका परीक्षण करने के लिए वैज्ञानिकों ने ओटीओपी1 जीन को प्रयोगशाला में विकसित मानव कोशिकाओं में डाला ताकि कोशिकाएं ओटीओपी1 प्रोटीन बना सकें। फिर इन कोशिकाओं को एसिड या अमोनियम क्लोराइड के संपर्क में लाया गया और उनकी प्रतिक्रिया को मापा।
About eight decades later, the scientific community officially agreed with him. 2/2 https://t.co/XRpkLrgPTn
— Dr Pooja Garg (@poojagarg1111) October 10, 2023
प्रोफेसर लाइमैन के अनुसार, शोध से पता चला कि अमोनियम क्लोराइड ओटीओपी1 चैनल का मुख्य उत्प्रेरक हो सकता है। ये एसिड की तरह या उससे बेहतर इस चैनल को सक्रिय कर सकता है।
चूहों पर किए गए आगे के प्रयोगों से पुष्टि हुई कि ओटीपीओ1 जीन वाले लोग अमोनियम क्लोराइड से बचते हैं, जबकि बिना जीन वाले लोग स्वाद से अप्रभावित रहते हैं।
प्रोफेसर लाइमन ने कहा कि शोध से पता चलता है कि ओटीओपी1 चैनल अमोनियम के प्रति व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है।