मुंबई। जेट एयरवेज के पायलटों ने कंपनी को चेतावनी दी है कि यदि 30 नवंबर तक उनका बकाया वेतन नहीं दिया तो वे अगले माह से अतिरिक्त ड्यूटी नहीं करेंगे। कंपनी घाटे की वजह से कंपनी कर्मचारियों को समय पर सैलरी नहीं दे पा रही है।
सूत्रों की मानें तो जेट के पायलटों ने फैसला लिया है कि यदि 30 नवंबर तक उनका बकाया वेतन नहीं मिलता है तो वे एक दिसंबर से अतिरिक्त ड्यूटी पर नहीं करेंगे। गौरतलब है कि बोइंग 737 बेड़े के पायलटों को ओवरटाइम करना पड़ रहा है। इसके साथ ही पायलट की कमी के चलते ही रविवार को 10 फ्लाइट रद्द करना पड़ी थीं।
जेट एयरवेज को चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में 260 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। वह अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान नहीं कर पा रही है। साथ ही तेल विपणन कंपनियों को विमान ईंधन के मद में पैसे देने में भी उसे दिक्कत आ रही है।
जानकारी के मुताबिक जेट एयरवेज के करीब 1600 कर्मचारियों, टेक्निकल स्टाफ और मैनेजमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों को सितंबर में आधा वेतन मिला था। उन्हें अब तक अक्टूबर की सैलरी भी नहीं मिली है। जेट एयरवेज के सीईओ विनय दुबे ने कहा था कि करीब 15 फीसदी कर्मचारियों को वक्त पर तनख्वाह नहीं मिली।
सूत्रों के मुताबिक एक पायलट को हर महीने 75 से 80 घंटे उड़ान भरनी होती है। बोइंग 737 बेड़े को पायलटों की कमी के कारण ज्यादा ओवरटाइम करना पड़ रहा है। जेट पायलट हर महीने 90 घंटे तक उड़ान भर रहे हैं।