नई दिल्ली। सरकार ने नोटबंदी में धांधली करने वाले बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 27 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है जबकि छह अन्य से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी छीनकर गैर-संवेदनशील पदों पर भेजा है। सरकार ने यह कार्रवाई रिजर्व बैंक के नियमों का उल्लंघन कर अनिमितताएं बरतने वाले बैंक अधिकारियों के खिलाफ आठ नवंबर के बाद की है। सरकार ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए साफ कहा है कि कालेधन को सफेद करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। नोटबंदी में अलग-अलग तरीके अपनाकर कालेधन को सफेद करने की कोशिश कर रहे लोगों पर सरकार की विभिन्न एजेंसियां नजर रखे हुए हैं। note ban
वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि आठ नवंबर की मध्यरात्रि के 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद किए जाने के सरकार के फैसले के बाद कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें बैंक कर्मचारियों ने आरबीआइ के नियमों का उल्लंघन किया है। मंत्रालय ने साफ कहा कि कानूनी तौर पर किए गए लेन देन को पूरी तरह प्रोत्साहित किया जाएगा जबकि गैर कानूनी ट्रांजैक्शन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अनियमितताएं और अवैध गतिविधियों में लिप्त कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के साथ-साथ सरकार की खुफिया एजेंसियां भी कालेधन को सफेद करने की कोशिश कर रहे लोगों के लेन-देन पर नजर रख रही हैं। आयकर विभाग ने आठ नवंबर को 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद किए जाने की घोषणा के दूसरे ही दिन इस दिशा में कदम उठाना शुरु कर दिया था।
पहले ज्वैलर्स के यहां सर्वे किया गया, उसके बाद रीएल एस्टेट कंपनियों के यहां छापेमारी की गयी। इसके बाद प्रधानमंत्री जन धन योजना के बैंक खातों में जमा राशि में अचानक उछाल आने पर सरकार ने रिजर्व बैंक तथा बैंकों को अलर्ट कर दिया। इसके अलावा आयकर विभाग हर दिन बैंकों में जमा की गयी 2.50 लाख रुपये से अधिक की राशि का नियमित तौर पर ब्यौरा ले रहा है और जिन लोगों के खाते में यह राशि जमा हुई है उनको नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
हाल में जब सिक्किम के एक कारोबारी ने अपने बैंक खाते में साढ़े चार लाख रुपये पुराने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट में जमा कराए तो तीसरे ही दिन आयकर उपायुक्त ने उसे नोटिस भेज दिया। साथ ही देश के सीमावर्ती इलाकों में भी जाली मुद्रा की खपत को पकड़ने के लिए एजेंसियों को विशेष रूप से सतर्क किया गया है। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के बेंगलूर तथा अन्य शहरों में आयकर विभाग ने छापेमारी कर अन्य शहरों में छापेमारी के दौरान 5.7 करोड़ रुपये नए नोट बरामद किए हैं। हफ्ते भर पहले राजधानी दिल्ली में भी आयकर विभाग ने कुछ बैंक अधिकारियों के यहां छापेमारी कर बड़ी मात्रा में नए नोटों की नकदी बरामद की थी। note ban
सूत्रों ने कहा कि नकदी की इस बरामदगी और दिल्ली में छापेमारी की प्रक्रिया में सरकार की विभिन्न एजेंसियों के आपसी समन्वय के आधार पर कार्रवाई की गयी है जिसका परिणाम सबके सामने है। आगे भी एजेंसियां इसी तरह कालेधन पर प्रहार करती रहेंगी। note ban