नई दिल्ली। सालों से सेना की गाड़ियों के बेड़े में शामिल रही मारुति जिप्सी की जगह अब नई रेंज की SUV कार ले रही है। अभी भारतीय सेना के पास 30,000 से ज्यादा जिप्सी कारें है, लेकिन अब उनकी जगह टाटा सफारी स्टॉर्मे एसयूवी को चुना गया। टाटा कंपनी फिलहाल 3,198 सफारी स्टॉर्म कारों का ऑर्डर दिया जा रहा है इसके बाद बाकी गाड़ियां अगले साल तक बदली जाएंगी। आपको बता दें कि सेना की ओर से गाड़ियों का ऑर्डर हासिल करने के लिए टाटा मोटर्स और महिंद्रा कंपनी में टक्कर थी। इन दोनों ही कंपनियों की गाड़ियों का सेना ने सख्त तकनीकी परीक्षण किया था, उसके बाद अब टाटा का पलडा भारी पड रहा है। tata safari
सेना के मारुति जिप्सी की बजाए अब नई रेंज की एसयूवी शामिल की जा रही है। इनमें शुरूआत ऑर्डर के लिए टाटा सफारी स्टॉर्मे को सलेक्ट किया गया है। हालांकि फिलहाल करीब 3,200 गाड़ियों का ऑर्डर दिया जा रहा है। आने वाले सालों में यह आॅर्डर बढ़कर 10 गुना हो सकता है। सेना ने नई गाडियों का ऊंचे पर्वतीय इलाके, बर्फ से लदे क्षेत्र से लेकर रेगिस्थानों और दलदली इलाकों में कठिन परीक्षण किया था। माना जा रहा है कि इस टेस्ट में टाटा ग्रुप की सफारी स्टॉर्म पास हुई है।
अपनी मुश्किल इलाकों में भी आसानी से चलने की अपनी योग्यता के कारण मारूति जिप्सी काफी लंबे समय से सेना की पसंद रही है। सेना में जिप्सी का यूज बटालियन स्तर से लेकर सैनिकों और अधिकारियों के परिवहन के लिए किया जाता है। लेकिन, अब बडी और एसयूवी कार की जरूरत महसूस की गई है जिसमें अतिरिक्त सेफ्टी फीचर्स हो और साथ ही डीजल पर चल सके। क्योंकि डीजल ऐसा ईंधन है जो आसानी से उपलब्ध है इसलिए सेना ऐसी गाड़ी चाहती है डीजल पर चलकर अच्छी पावर दे सके।