इटावा 19 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अतिमहत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर हवाई और स्थलीय सर्वक्षण कार्य उत्तर प्रदेश के इटावा जिले मे बडे स्तर पर जारी है ।
नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के प्रबंध निदेशक अचल खरे बताते है कि देश की राजधानी नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस तक हाई स्पीड बुलेट रेल संचालन के लिए सर्वेक्षण कार्य इन दिनो इटावा जिले मे व्यापक स्तर पर चल रहा है।
इस अतिहत्वाकांक्षी रेल परियोजना के साल 2026 तक पूरे होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इटावा जिले के चैपुला मे हाई स्पीड रेल परियोजना का रेलवे स्टेशन भी बनेगा।
इस अतिहत्वाकांक्षी रेल परियोजना के साल 2026 तक पूरे होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । इटावा जिले के चैपुला मे हाई स्पीड रेल परियोजना का रेलवे स्टेशन भी बनेगा।
दिल्ली से वाराणसी के बीच 14 स्टेशन बनाए जाने का प्रस्ताव है। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियो की मानें तो पहले सिर्फ 12 स्टेशन बनाए जाने थे, लेकिन कानपुर और न्यू भदोही को इसमें जोड़ा गया है।
इटावा जिले मे आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के किनारे हवाई सर्वेक्षण किया जा रहा है तथा स्थलीय सर्वे भी किया गया है। ऐसा बताया कि हर पांच किलोमीटर के दायरे मे सर्वेक्षण टीम मे पिलर प्वांइट तैयार किये है।
इटावा जिले के लोडरपुरा,रमपुरा कौआ,कुदरैल, टिमरूआ,खडैता,बनी हरदू ,खरौंगा,नगला चिंता,चैपुला, खरगपुर सरैया आदि के गांव के किसानो की जमीन का अधिग्रहण हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट के लिहाज से किया जायेगा । सबसे बडा जमीन का अधिग्रहण चैपुला पर किये जाने की बात कही जा रही है क्यो कि यहाॅ पर हाई स्पीड रेल परियोजना का रेलवे स्टेशन बनेगा।