रांची: ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे में अपना तीसरा टेस्ट मैच रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेल रही है. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के 451 रनों के जवाब में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट पर 360 रन बना लिए. Pujara
फिलहाल वह ऑस्ट्रेलिया से 91 रन पीछे है. तीसरे दिन के खेल का आकर्षण चेतेश्वर पुजारा का शतक रहा, जिन्होंने एक छोर से गिर रहे विकेटों के बीच धैर्य बनाए रखा और न केवल करियर का 11वां शतक पूरा किया, बल्कि टीम इंडिया की ओर से सीरीज का पहला शतक भी लगाया.
चेतेश्वर पुजारा (130) और ऋद्धिमान साहा (18) नाबाद हैं. विराट कोहली चोटिल होने के बावजूद उतरे, लेकिन 23 गेंदों में 6 रन बनाकर ही लौट गए. वैसे विराट का बल्ला वर्तमान सीरीज में खामोश ही रहा है.
इससे पहले तक उनका बल्ला लगातार रन बरसा रहा था, लेकिन वह इस सीरीज की पांच पारियों में 0, 13, 12, 15 और 6 रन ही बना पाए हैं.
लगातार चार सीरीजों में चार दोहरे शतक बना चुके विराट कोहली के लिए यह चिंताजनक हो सकता है. पैट कमिन्स ने भारत के चार विकेट, तो स्टीव ओकीफी और जॉश हेजलवुड ने एक-एक विकेट लिया है.
पुजारा के अलावा टीम इंडिया की ओर से ओपनर मुरली विजय ने भी शानदार बल्लेबाजी की. विजय के लिए यह मैच खास है क्योंकि यह उनका 50वां टेस्ट मैच है.
उन्होंने इसका जश्न भी मनाया और फिफ्टी बनाई, लेकिन उसे शतक में नहीं बदल सके और लंच से दो गेंद पहले लापरवाही भरा शॉट खेलकर आउट हो गए. विजय ने 82 रनों की पारी खेली. उन्होंने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े. करुण नायर ने भी पुजारा के साथ 44 रन जोड़े, लेकिन 23 रन पर चलते बने. दूसरे दिन लोकेश राहुल ने भी 67 रन बनाए थे.
टीम इंडिया की ओर से रांची में टॉप के तीनों बल्लेबाजों ने पहली पारी में पचास से अधिक का स्कोर बनाया है. लोकेश राहुल (67), मुरली विजय (82) आउट हो गए हैं, जबकि चेतेश्वर पुजारा फिफ्टी बनाकर खेल रहे हैं.
इससे पहले साल 2010 में ऐसा हुआ था, जब न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट की एक ही पारी में टॉप के तीन बल्लेबाजों ने फिफ्टी प्लस का स्कोर किया था. वैसे 2006 से 2010 के बीच ऐसा आठ बार हुआ था. अब छह साल बाद यह अवसर आया है.
चायकाल के बाद चेतेश्वर पुजरा ने करुण नायर के साथ ऑस्ट्रेलिया की टीम इंडिया पर बढ़त को कम करने की कोशिश की और स्कोर को चार विकेट पर 303 रन से आगे बढ़ाया.
अपने पहले ही मैच में तिहरा शतक जमा चुके नायर पिछले कुछ मैचों से फेल हो रहे थे. ऐसे में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने एक बार फिर निराश किया और महज 23 रन पर जॉश हेजलवुड का शिकार बन गए.
हेजलवुड ने उन्हें बोल्ड किया. उस टीम इंडिया का स्कोर 320 रन था. नायर ने पुजारा के साथ 44 रन जोड़े. अश्विन ने 22 गेंदों का सामना किया और तीन रन बनाए.
उनको पैट कमिन्स ने बाउंसर पर आउट किया. कीपर की कैच की अपील पर अंपायर ने उनको नॉटआउट दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने रिव्यू ले लिया, जिसमें गेंद उनके दस्ताने को छूकर जाती हुई दिखी.
इसके बाद साहा ने पुजारा का साथ दिया और दिन का खेल खत्म होने तक 32 रनों की नाबाद साझेदारी कर ली. चेतेश्वर पुजारा (130) और ऋद्धिमान साहा (18) नाबाद रहे, टीम इंडिया- 360/6.
विराट कोहली को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन मुरली विजय के लंच से ठीक पहले आउट होने के बाद वह चेतेश्वर पुजारा के साथ जब बैटिंग के लिए उतरे तो दर्शकों ने उनका जोरदार स्वागत किया.
पुजारा ने कोहली के साथ पारी को दो विकेट पर 193 रन से आगे बढ़ाया. दोनों के बीच 32 रन ही जुड़े थे कि विराट को तेज गेंदबाज पैट कमिन्स ने अपने जाल में फंसा लिया.
उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर गेंद डाली और विराट (6 रन, 23 गेंद) ने गेंद तक पहुंचे बिना बल्ला चला दिया और गेंद बल्ले का किनारा लेते हुए दूसरी स्लिप पर खड़े कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ के हाथों में समा गई. अजिंक्य रहाणे भी 14 रन पर पैट कमिन्स की बाउंसर पर अपरकट लगाने के चक्कर में कीपर मैथ्यू वेड को कैच दे बैठे.
उन्होंने पुजारा के साथ 51 रन जोड़े. पुजारा ने पैट किन्स को मिड-ऑफ और कवर के बीच से चौके के लिए भेजकर करियर का 11वां शतक पूरा किया.
यह भारत की ओर से इस सीरीज का पहला शतक भी है. चायकाल तक टीम इंडिया का स्कोर- 303/4 रहा. चेतेश्वर पुजारा (109) और करुण नायर (13) पर नाबाद रहे.