इस वर्ष देश में मानसून अपने नियत समय से 10 दिन पहले आने के आसार हैं। यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्ट के अनुसार केरल में 20 मई के बाद किसी भी वक्त मानसून आ सकता है जबकि यहां मानसून का आगमन पहली जून के आसपास होता है।
देश भर की कुल बारिश का 70 प्रतिशत हिस्सा दक्षिण पश्चिम मानसून पर निर्भर करता है। भारत में रबी की फसलकी पैदावार का आधा इसी मानसून पर निर्भर है । इस बीच सख्त गर्मी और लू के बावजूद पिछले दो दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के कुछ हिस्सों के अलावा, बिहार, झारखंड, मणिपुर में अच्छी बारिश हुई है ।
मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक केरल में मानसून की शुरुआत 20 मई के बाद कभी भी हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में मौसम संबंधी बदलावों में संकेत के साथ अरब सागर में एंटीसाइक्लोन क्षेत्र बन रहा है। इस कारण मानसून के केरल जल्द पहुंचने के आसार हैं। इसके प्रभाव से पश्चिमी क्षेत्र के दूसरे हिस्सों में भी बारिश का अनुमान है। जबकि इसी बीच उत्तर पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में लू चलने की भी उम्मीद है।