लखनऊ : यूपी में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव प्रचार तेज हो चुका है। सभी दलों के चुनावी रथ तैयार हो चुके हैं। सीएम अखिलेश अपना तूफानी चुनावी अभियान भी शुरू कर चुके हैं। Poster
दो दिनों में वे पांच चुनावी रैलियां संबोधित कर चुके हैं। समाजवादी पार्टी के प्रचार वाहनों पर कांग्रेसी रंग दिखना शुरू हो चुका है।
सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद प्रचार माध्यमों में भी फर्क साफ नजर आने लगा है। पार्टी के प्रचार वाहनों में फोटो और नारों में बदलाव दिख रहा है।
प्रचार वाहनों पर लगे नए पोस्टरों में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समानांतर डिंपल यादव की तस्वीर लगाई गई है। इसके अलावा जो बड़ा अंतर सामने आया है वह यह है कि पहली बार सपा के पोस्टरों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को जगह दी गई है। इस चुनाव में उम्मीद की साइकिल के साथ कांग्रेस के हाथ के पंजे को भी बराबर जगह दी गई है।
उम्मीद है कि जल्द ही दोनों पार्टियां अपना संयुक्त प्रचार अभियान भी घोषित कर देंगी!सपा के प्रचार वाहनों पर नए लगे पोस्टर में अखिलेश की तस्वीर सबसे बड़ी है। उसके समानांतर ही उससे कुछ छोटी साइज की तस्वीर उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव की लगाई गई है।
खास बात यह है कि पोस्टर में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बराबर लगाई गई है।
स्टार प्रचारकों की लिस्ट की तरह ही शिवपाल यादव यहां से भी गायब हैं।आपको बता दें कि अखिलेश के विकास रथ में भी शिवपाल को जगह नहीं मिली थी। जबकि मुलायम सिंह यादव की अपेक्षाकृत बड़ी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था।
चुनाव रणनीतिकार और यूपी में कांग्रेस के चुनाव अभियान का जिम्मा संभाल रहे प्रशांत किशोर को अब गठबंधन के प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सूत्रों का कहना है कि अभियान में यह बात उठाई जाएगी कि अखिलेश और राहुल युवा चेहरे हैं और यूपी में इनकी जड़ें बहुत मजबूत हैं।
कैंपेन की थीम होगी ‘अपने लड़के Vs बाहरी मोदी’। पूरे चुनाव में इस स्लोगन और रणनीति के साथ बीजेपी को घेरने की योजना है। बताया जा रहा है कि पीके के इस स्लोगन और रणनीति को अखिलेश, राहलु और प्रियंका की हरी झंडी मिल चुकी है।
उम्मीद की जा रही है कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव यूपी में करीब 14 संयुक्त रैलियां करेंगे। दोनों पार्टियां अब संयुक्त रूप से यूपी की विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। राहुल की तरह ही प्रमोद तिवारी और राजबब्बर जैसे कद्दावर कांग्रेसी नेता सपा नेताओं के साथ गठबंधन के पक्ष में प्रचार करते नजर आएंगे।