चेन्नई। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कागज उद्योग से अपने कामकाज के तौर तरीकों को नये सिरे से व्यवस्थित करने पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि उद्योग को बेकार भूमि पर पेड़ लगाकर उसका इस्तेमाल करना चाहिये। इससे उद्योग को कच्चा माल मिलने में सुविधा होगी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा, यह काफी जोखिम वाला उद्योग है। आपका देश के लिये विनिर्माण में योगदान है। आप (कागज उद्योग) काफी संकटपूर्ण दौर में है और आपको अपने को फिर से व्यवस्थित करना होगा।
निर्मला सीतारमण यहां फैडरेशन आफ पेपर ट्रेडर्स एसोसियेसन की 56वी वार्षिक आम बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा, आप उन बाजारों की तलाश किजिये जिन्हें कुछ खास तरह के कागज की आवश्यकता है। आप उन बाजारों को देख रहे हैं जो लंबे समय से कागज का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें यदि असंतुलन होता है तो आप उसे पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने कागज उद्योग को सलाह दी कि उसे केन्द्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर पेड़ लगाने के लिये बेकार भूमि का इस्तेमाल करना चाहिये। इससे उन्हें कच्चा माल उपलब्ध होगा।
उन्होंने प्लास्टिक उद्योग का जिक् करते हुये कहा कि कागज उद्योग को यह देखना होगा कि वह पैकेजिंग क्षेत्र में प्लास्टिक का स्थान कैसे ले सकता है। कागज उद्योग को संचार में इलेक्ट्रानिक तौर तरीकों के बढ़ते उपयोग की चिंता करने के बजाय पैकेजिंग क्षेत्र पर अधिक ध्यान देना चाहिये।
उन्होंने कागज उद्योग को इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग के साथ मिलकर काम करने की भी सलाह दी।