16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। घर के अंदर या बाहर रहते हुए डेंगू वाले मच्छर से बचाव करना बेहद जरूरी है। इस बचाव के लिए सजगता के प्रयासों से जनता को अवगत कराना ही इस दिन को मनाए जाने का मक़सद है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स पोस्ट में डेंगू से बचने के लिए स्वच्छता के नियमों का पालन करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर अपनी एक्स पोस्ट में लिखा- “डेंगू एक गंभीर बीमारी है किंतु स्वच्छता के नियमों का पालन कर इससे बचा जा सकता है। आइए, इस ‘राष्ट्रीय डेंगू दिवस’ पर हम सभी मिलकर यह संकल्प लें कि स्वच्छ परिवेश व सतर्क जीवनशैली अपनाकर एक जागरूक समाज का निर्माण करेंगे तथा डेंगू जैसी बीमारी को मात देंगे।
गर्मियों और बरसात के मौसम में मच्छरों का की संख्या में इज़ाफ़ा हर घर और हर मोहल्ले में आम बात है। ऐसे में डेंगू सहित कई खतरनाक बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है।
हर वर्ष 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके। डेंगू एक जानलेवा वायरल संक्रमण है जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इस संक्रमण में तेज बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और कमजोरी के लक्षण सामने आते हैं।
समय पर उचित इलाज की कमी से रोगी में प्लेटलेट्स की संख्या घटने से स्थिति गंभीर हो सकती है। इस कड़ी में केंद्र और राज्य सरकारें भी कड़े कदम उठा रही हैं।
बताते कि हर साल लगभग 400 मिलियन लोग डेंगू से ग्रसित होते हैं। अधिकतर मामलों में लक्षण नहीं नजर आते। समय रहते बचाव के तरीके अपनाकर भी इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।
डेंगू का मच्छर काले रंग का होता है और इसके शरीर पर सफेद धारियां होती हैं। मच्छर के काटने के चार से सात दिन बाद डेंगू के लक्षण नज़र आने लगते हैं।
रोग की चपेट में आने पर प्लेटलेट्स की संख्या बहुत कम हो जाती है। यह स्थिति गंभीर भी हो सकती है और समय पर इलाज न मिले तो जान जाने का खतरा भी हो सकता है।
इसके लिए ज़रूरी है कि घर के आसपास पानी जमा न होने दें, पूरी बाजू के कपड़े पहने और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है, जैसे- कूलर, टंकी या कोई भी खुला बर्तन जिसमें पानी जमा हो।