नॉर्थ कैरलाइना। मोहम्मद अहमद, सीए नंबर 25, हम लोग आप पर नजर बनाए रहेंगे। नॉर्थ कैरलाइना के चारलेट से अमरीकन एयरलाइन की फ्लाइट पकडऩे वाले मोहम्मद अहमद को कुछ ऐसा ही कहा गया। फ्लाइट अटेंडेंट की तरफ से सार्वजनिक रूप से उनका नाम अनाउंस किया गया, इसके बाद उन्हें फ्लाइट से उतार दिया गया।
मोहम्मद अहमद ने जब फ्लाइट अटेंडेंट से पूछा कि केवल उनका नाम की क्यों अनाउंस किया गया, जबकि किसी और के नाम को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई तो अटेंडेंट का कहना था कि आपको लेकर ज्यादा सर्तक रहना है। मोहम्मद अहमद ने इस मामले की शिकायत अन्य दो अमरीकन एयरलाइन्स के एम्पलॉयी से की। अहमद से कहा गया कि यदि वह पहली अटेन्डेन्स से असहज महसूस कर रहा है तो उन्हें फ्लाइट छोड़ देनी चाहिए।
उधर द काउंसिल ऑन अमरीकन-इस्लामिक रिलेशन (सीएआईआर) ने इस मामले की शिकायत भी दर्ज कराई है। सीएआईआर के स्टाफ वकील सैयद ने शिकायत में कहा कि यह नस्ली भेदभाव है। फ्लाइट में सबको सम्मान और आदर के साथ सफर करने का हक है। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एयरलाइन की तरफ से मनमाने तरीके से पैसेंजर को उतार दिया जा रहा है। ऐसा करने के पीछे कोई तार्किक कारण नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि अमरीका में मुस्लिमों के साथ भेदभाव में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
मामले पर अमरीकन एयरलाइन्स के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा है कि सीएआईआर ने एयरलाइन्स से संपर्क किया था। हम लोग इस आरोप की जांच कर रहे हैं। हमारे यहां किसी भी किस्म का भेदभाव नहीं है। हम सभी तरह के ग्राहकों के साथ समान व्यवहार करते हैं चाहे वे जिस भी धर्म या इलाके के हों।
गौरतलब है कि इससे पहले एक मुस्लिम परिवार को फ्लाइट से उतार दिया गया था। पीडि़ता एमान एमी साद शेबले ने बताया था कि वह अपने पति और तीन बच्चों के साथ शिकागो से वॉशिंगटन जा रही थीं। इस दौरान पायलट और फ्लाइट स्टॉफ ने उन्हें लगेज लेकर एयरक्राफ्ट से बाहर जाने को कहा। फ्लाइट से निकालने के लिए सेफ्टी इश्यू का हवाला दिया गया था।