कोलकाता, 02 अक्टूबर : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित दक्षिण बंगाल के छह जिलों तथा आसपास के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
इन क्षत्रों में करीब 22 लाख लोग रहते हैं तथा दामोदार घाटी निगम (डीवीसी) सहित राज्य के चार बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण इन क्षेत्रों में पानी भर गया है। नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सेना को तैनात किया गया है।
डीवीसी, माइथॉन, पंचेत और तिलपारा बांध से हालांकि पानी की निकासी कम कर दी गई है, लेकिन मेदिनीपुर में घाटल, बीरभूम के नानूर और बांकुरा जिले के विशाल क्षेत्र में पानी भर जाने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच पुलिसकर्मियों ने आज तड़के एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए स्पीडबोट द्वारा लगभग तीन किलो मीटर दूर स्थित अस्पताल में पहुंचाया। हावड़ा, हुगली, पश्चिम बर्धमान और बीरभूम सहित छह प्रभावित जिलों के सैकड़ों गांवों में छोटी और मध्यम आकार की नावें ही परिवहन का एकमात्र साधन हैं। इन नावों को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन मोचन के कर्मचारियों ने बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए पहले से तैनात किया है।
पश्चिमी बर्धमान और हुगली जिले में सेना की तीन-तीन टुकड़ियां तैनात की गई हैं, जबकि शेष दो टुकड़ियों को हावड़ा जिले में तैनात किया गया है। इन क्षेत्रों में बाढ़ से करीब 22 लोग प्रभावित हुए हैं तथा चार लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया गया है। वहीं 1.5 लाख लोगों को जिला प्रशासन द्वारा स्थापित अस्थायी आश्रय गृहों में रखा गया है। घटल में अभी तक एक चार साल के बच्चे सहित दो लोगों की मौत हुई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए करीब 200 नावों को तैनात किया गया है।