लखनऊ। इस बार लखनऊ महोत्सव में विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते शनिवार को लेदर और कपड़ों के स्टॉल में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि चंद सेकेंडों में ही उसने कई पंडालों को अपनी चपेट में ले लिया। इस आग से अभी तक के आकलन के मुताबिक 25 से 30 लाख रूपए का सामान जलकर खाक हो चुका है। lucknow mahotsav
-लखनऊ महोत्सव में शनिवार को लोकेंद्र शुक्ला के लेदर एसेसरीज के स्टॉल में अचानक धुआं उठने लगा।
-जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक ऊंची ऊंची लपटें उठने लगीं।
-लपटों ने अगल बगल के कपड़ों के स्टॉल को भी अपनी चपेट में ले लिया।
-आग लगने से भगदड़ मच गई और लोग चीख पुकार करने लगे।
-इसके बाद दमकल मौके पर पहुंची और आग बुझाने का प्रयास शुरू हुआ।
-करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद तीन दमकलों ने आग पर काबू तो पा लिया गया, लेकिन काफी सामान जलकर खाक हो गया।
-डीएम सत्येंद्र सिंह ने सिर्फ इतना ही कहा कि आग लगने के कारणों की जांच करवा लेंगे।
-प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट से लगी है।
-इस बार लखनऊ महोत्सव में विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
-लखनऊ महोत्सव समिति की मनाही के बावजूद अधिकारियों की मिलीभगत से मौत के कुएं को झूलों के ठेकेदार ने जबरन लगवा लिया था।
-मामला मीडिया के संज्ञान में आने पर कमिश्नर ने इस झूले को तत्काल हटवाया और इस संबंध में एक एफआईआर भी दर्ज करवाई।