लखनऊ। शिवपाल से जुड़े सवाल पर भड़के अखिलेश यादव ने पत्रकार से बदसलूकी की. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिसहारनपुर, आगरा, इलाहाबाद में पुलिस के साथ टकराव की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि गले में ‘भगवा गमछा’ बांधकर कानून हाथ में लेने का चलन शुरू हो गया है। परेशानी की बात यह है। एक थाने से लेकर दूसरे थाने तक पुलिस कर्मियों को पीटा जा रहा है। इलाहाबाद में दो लड़कियों से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी व परिवार के दो अन्य सदस्यों की हत्या कर दी गई है। यह जुर्म नहीं है तो और क्या है। कन्नौज में यूपी-100 के पुलिस कर्मियों को सिर्फ इसलिए पीटा गया कि उन्होंने पीडि़त की मदद कर दी थी। ब्लाक प्रमुख के पद रिक्त कराकर जीतने के लिए वह डीएम, एसपी से सब कुछ कराने में जुटे हैं।
अखिलेश ने कहा कि कैशलेस इकोनॉमी को भगवान कृष्ण व सुदामा तक पहुंच दिया, अजीब लोग हैं। भागवान कृष्ण के जमाने में अगर कोई ई-मेल रहा हो तो वह ई-मेल हमें भी उपलब्ध करा दिया जाए। बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान कृष्ण द्वारा अपने साथी सुदामा को सब कुछ सौंपने के दृष्टांत का उल्लेख करते हुए कैशलेस इकोनॉमी की पैरवी की थी। अखिलेश ने गाय की रक्षा व गिनती के लिए आधार कार्ड की व्यवस्था पर तंज करते हुए कहा कि देश के नागरिकों का आधार कार्ड अब तक बन नहीं पाया और गाय का आधार कार्ड बनाने जा रही है सरकार।
यह पूछे जाने पर की सपा से संस्थापक सदस्य व एमएलए शिवपाल यादव आपका इस्तीफा मांगकर मुलायम सिंह यादव को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। आप क्या ऐसा निर्णय लेंगे? इस सवाल पर अखिलेश यादव भड़क गए। कहा, तुम अपनी बात बताओ, हमें क्या करना है वह न पूछो। वह यहीं नहीं रुके, आगे कहा कि चेहरा भी भगवा है। एक दिन तय करो, उस दिन मैं तैयार होकर आऊंगा सारे पारिवारिक सवालों के जवाब दूंगा। इसके बाद परिवार के मामले में सवाल मत पूछना। मुझे देश के लिए राजनीति करने दो। इन सबमें रोके रखोगे तो पूरा देश बर्बाद हो जाएगा। ऐसे लोगों की वजह से देश बर्बाद हो रहा। यह भी कहा कि इससे पहले यही सवाल पूछा गया था, तब भी कहा था कि हमारे परिवार पर बात न करो।