पटना : उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां बेहद तेज हो गई हैं, 11 फरवरी को पहले चरण के लिए मतदान होना है। बड़े-बड़े नेता यूपी के सुदूर इलाकों की खाक छान रहे हैं। Lalu
इस चुनाव में लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल ने खुद न उतरने का फैसला किया है, हालांकि आरजेडी ने सपा-कांग्रेस गठबंधन को जिताने के लिए समर्थन देने की बात कही है।
लालू यादव कहते आए हैं कि वह ‘यूपी में सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए कुछ भी करेंगे।’
गुरुवार को उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी का ‘रथ’ टूट जाएगा।
उन्होंने ट्वीट किया, ”मैंने और नीतीश ने बिहार में बीजेपी का रथ रोका। यूपी में तो रथ ही नहीं है। इनका सब पहिया टूट चुका है। बचा-खुचा 11 मार्च को टूट जाएगा।”
लालू के इस ट्वीट पर लोगों ने उनकी गलती की ओर ध्यान दिलाया। देवेश यादव ने लालू के ट्वीट के जवाब में कहा, ”पहले कहते हो रथ नहीं है। फिर कहते हो पहिया टूट गया। भाई जब रथ ही नहीं है तो पहिया कैसे टूट गया। अफीम कम खाओ चचा।”
लालू के ट्वीट पर वीरेंद्र प्रताप ने कटाक्ष करते हुए लिखा, ‘ऐसे ही खुश होते रहिये,और अपने परिवार का कल्याण कीजिये, अभी तो आपने धर्मनिरपेक्षता शब्द का इस्तेमाल भी करना बंद कर दिया है।’
निरंजन ने लिखा, ”लालू जी बिहार और उप्र के हालात में अंतर है, बिहार में नीतीश जी की छवि थी लेकिन वहां ऐसा नहीं है, अतिआत्मविश्वासी होने से बचें।” तरुण आनंद ने कहा, ‘ लालू जी अहम अच्छे-अच्छे को ले डूबा है।
बिहार के विकास पे ध्यान दीजिए और नितीश कुमार का सहयोग कीजिये।” प्रिंस ने कहा, ”जमानत पर छूटे हुए व्यक्ति को ऐसी बातें शोभा नहीं देतीं। बाकी सब 11 मार्च को पता चल जायेगा।