राजधानी. पेट्रोल पंप में चिप लगाकर तेल चोरी का मास्टरमाइंड अंकुर वर्मा है . लखनऊ में चिप लगाकर पेट्रोल पंप में तेल चोरी के खुलासे के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. एक के बाद डेढ़ दर्जन से ज्यादा पेट्रोल पंपों को सील कर दिया गया है, लेकिन इस तेल चोरी की शुरुआत औरैया के एक इंटर पास अंकुर वर्मा ने की थी. अंकुर फिलहाल पंजाब की जेल में बंद है.
हालांकि इस मामले का खुलासा पंजाब पुलिस ने डेढ़ साल पहले ही किया था और यूपी पुलिस को आगाह भी किया था. लेकिन किसी ने इस इनपुट पर ध्यान नहीं दिया. नतीजा यह हुआ कि पेट्रोल चोरी का यह नेटवर्क तीन राज्यों में फ़ैल गया और करोड़ों रुपयों के हेराफेरी तेल चोरी के माध्यम से की गई.
तेल चोरी के इस काले धंधे की शुरुआत औरया जिले से हुई थी. चिप लगाकर तेल चोरी करने वाला अंकुर वर्मा सिर्फ इंटर पास है. अंकुर ने औरया के एक पेट्रोल पंप पर काम करते हुए इस गोरखधंधे का इजाद किया और फिर अपने नेटवर्क को यूपी, पंजाब और हरियाणा तक फैलाया.
हालांकि डेढ़ साल पहले पंजाब पुलिस ने अंकुर वर्मा को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में अंकुर वर्मा ने चिप के जरिए तेल चोरी के गोरखधंधे का खुलासा किया. पंजाब पुलिस ने इसकी सूचना यूपी पुलिस से भी साझा की लेकिन सी पर कोई गौर नहीं किया गया. सूत्र बताते हैं कि अंकुर वर्मा फिलहाल जेल से जमानत पर बाहर है और उसने एक बार फिर अपना नेटवर्क फैला दिया है.
अंकुर वर्मा पहले कानपुर की एक फैक्ट्री में काम करता था. लेकिन उसकी शैक्षणिक योग्यता महज इंटर थी, लिहाजा उसे निकाल दिया गया. उसके बाद वह औरया के एक पेट्रोल पंप पर काम करने लगा. इस दौरान उसने चिप के जरिए पेट्रोल चोरी का पर्योग शुरू किया. चिप और रिमोट से तेल चोरी के प्रयोग में सफल होने के बाद उसने अपना नेटवर्क पंजाब, हरियाणा और यूपी में फैलाया.
टेक्निकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेट्रोल पंप पर लगने वाली चिप दो तरह से काम करती है. एक चिप रिमोट से तो दूसरी चिप कोड से काम करती है.
दोनों चिपों के अलग-अलग रेट हैं. रिमोट वाली चिप की कीमत 40 से 50 हजार रुपये मिलती है. कोड वाली चिप की कीमत 20 हजार से 30 हजार है रिमोट वाली चिप पंप के मीटर की पल्स बढ़ा देती है. ग्राहक को पेट्रोल या डीजल देते समय मीटर रीडिंग दस से शुरू होकर बीच के अंक छोड़कर आगे बढती है.
कोड वाली चिप में पहले से ही लीटर या रुपये फीड किया जाता है. 10, 20 या 50 लीटर पर या फिर 100, 200, और 500 रुपये फीड किए जाते हैं. अगर इस क्रम में कोई डीजल या पेट्रोल डलवाता है तो घटतौली की जा सकती है. चिप में ए, बी, सी कोड है, एक लीटर पर आठ रुपये की चपत लगानी है तो ए कोड सेट किया जाता है, 6 रुपये की चपत के लिए बी कोड और चार रुपये के लिए सी कोड .