वॉशिंगटन। बेहद खुफिया तरीके से दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी का पता बताने वाले मुखबिर को अमेरिका की ओर से 2.5 करोड़ डॉलर की भारी-भरकम इनाम राशि मिलने की संभावना है। इस्लामिक स्टेट सरगना अबू बकर अल-बगदादी पर यह इनाम राशि रखी गई थी। ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने बुधवार को यह खबर दी।
विशेष बलों ने सेना के श्वान दस्ते के साथ उत्तर-पश्चिम सीरिया में बगदादी के सुरक्षित ठिकाने पर हमला किया और जब दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादी ने भागने की कोशिश की तो उसका पीछा किया। उसे इमारत के नीचे बनी एक सुरंग में घेर लिया गया था।
अखबार ने 26 अक्टूबर को हुए हमले की जानकारी रखने वाले अमेरिकी और पश्चिम एशिया स्थित अधिकारियों के हवाले से कहा कि अमेरिकी कमांडो ने मुखबिर की सटीक जानकारी के आधार पर बगदादी के ठिकाने को ढेर कर दिया। इस्लामिक स्टेट के अंदर के ही इस मुखबिर ने सीरिया के आसपास बगदादी की गतिविधियों की जानकारी मुहैया कराई।
खबर में कहा गया है कि व्यक्ति की राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं किया गया है और उसे अमेरिका से 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम मिलने की संभावना है, जो बगदादी का पता बताने पर रखा गया था। अधिकारियों ने बताया कि मुखबिर ने बगदादी के ठिकानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसमें उसकी पनाहगाह के एक-एक कमरे की व्यापक जानकारी हमले में काफी अहम साबित हुई। 48 वर्षीय आतंकवादी के मारे जाने के साथ ही यह हमला खत्म हुआ।
सीरिया के इदलिब प्रांत में बगदादी के ठिकाने पर हमले के दौरान मुखबिर मौजूद था और उसे 2 दिन बाद उसके परिवार के साथ क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि वह सुन्नी अरब है, जो इस्लामिक स्टेट द्वारा अपने एक रिश्तेदार के मारे जाने के बाद उसके खिलाफ हो गया था।
सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) ने इस्लामिक स्टेट के इस बागी को अपने पाले में किया और उसके बाद उसे अमेरिकी खुफिया अधिकारियों के हाथों में सौंप दिया जिन्होंने 2 हफ्ते तक तब तक उससे बात की, जब तक कि वे आश्वस्त नहीं हो गए कि वह इस काम के लिए सही शख्स है।
अधिकारियों ने बताया कि न तो पेंटागन और न ही व्हाइट हाउस ने बगदादी को मारने या पकड़ने के मिशन में उच्चस्तरीय मुखबिर होने पर आधिकारिक टिप्पणी की। मुखबिर ने यह भी जानकारी दी थी कि बगदादी हमेशा एक आत्मघाती बेल्ट के साथ यात्रा करता है ताकि उसे घेरे जाने पर वह अपने आपको खत्म कर सके।
एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के बाद बगदादी का सिर शरीर से जुड़ा हुआ था और अमेरिकी सैनिक पुष्टि के लिए किए गए डीएनए टेस्ट से पहले भी उसकी पहचान को लेकर आश्वस्त थे। हमले के समय की एक कमांडो की ऑडियो रिकार्डिंग में एक अधिकारी को कहते सुना गया, ‘उसकी तरफ देखा। वह बगदादी है। जैकपॉट।’