एक मशहूर कहावत हर किसी को पता है कि रोजाना एक सेब खाने से आप डॉक्टर से दूर रहेंगे। मगर ये कैसे मुमकिन के सवाल का जवाब शायद ही कम लोगों के पास मिले। अगर आप भी इस फल के फायदे जानेंगे तो इतना जरूर कहेंगे कि ये कहावत बिल्कुल सच है।
सेब फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। सेब खाने से डाइजेशन में सुधार होता है। यह शुगर, दिल की बीमारी और कैंसर सहित कई पुरानी बीमारियों से बचाव करता है।
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो सेब से बेहतर कुछ नहीं है। सेब में पानी की मात्रा अधिक होती है इसलिए इसे खाने के बाद भूख का एहसास कम हो जाता है। इसके अलावा निम्नलिखित कुछ अन्य फायदे जानकर आप भी रोजाना सेब खाने पर मजबूर हो जाएंगे।
दिल की बीमारी से सुरक्षा प्रदान करता है
सेब को हमेशा छिलके सहित ही खाना चाहिए, क्योंकि इनमें फाइबर, पॉलीफेनोल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं और ये एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो इन्हें दिल के लिए स्वस्थ बनाते हैं। मगर खाने से पहले इसकी सफाई का ख़ास ध्यान रखें।
यह हृदय और संबंधित बीमारियों विशेषकर एथेरोस्क्लेरोसिस, दिल के दौरे और स्ट्रोक को रोकता है। चूंकि उम्र के साथ हृदय संबंधी समस्याएं विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपने आहार में सेब शामिल करें।
डाइजेशन सिस्टम को बेहतर बनाता है
सेब में एक प्रकार का फाइबर पेक्टिन है, जो प्रोबायोटिक के रूप में कार्य करता है, यानी उनकी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करके आंत में लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ता है।
शोध रिपोर्ट के अनुसार, शायद इसीलिए सेब खाने से मोटापा, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग को रोकने में मदद मिलती है।
वजन घटाने का कारण बनता है
जैसा कि ऊपर बताया गया है, सेब में फाइबर और पानी प्रचुर मात्रा में होता है जबकि कैलोरी कम होती है, जो वजन घटाने में मदद करता है। यदि आप भोजन से पहले एक सेब खाते हैं, तो आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा, भूख कम लगेगी और वजन भी कम होगा।
मधुमेह की रोकथाम के लिए उपयोगी
विभिन्न शोध रिपोर्टों से पता चला है कि जो लोग रोजाना सेब और नाशपाती खाते हैं, उनमें सेब न खाने वालों की तुलना में टाइप 2 मधुमेह का खतरा 36% कम होता है।
माना जाता है कि सेब में मौजूद पॉलीफेनोल्स पैंक्रियाज़ में बीटा कोशिकाओं के टिशू की रक्षा करते हैं, बीटा कोशिकाएं जो शरीर के लिए इंसुलिन बनाती हैं और टाइप 2 मधुमेह के मरीज़ों में क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
कैंसर से बचाव संभव है
चूंकि सेब में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं जो कैंसर के विकास को रोकने के लिए पर्याप्त हैं। इसी तरह महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि सेब के सेवन से स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
सेब में मौजूद फाइबर आपके डाइजेशन सिस्टम को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे कोलन कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
इसके अलावा सेब की गिनती उन फलों में होती है जो फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करता है। यही कारण है कि विभिन्न अध्ययनों में नियमित रूप से सेब खाने का सुझाव दिया गया है।