जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस का कहना है कि गाजा में चिकित्सा स्थिति लगातार खराब होती जा रही है और कुपोषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने चेतावनी दी है, कि स्वास्थ्य प्रणाली की लगातार तबाही और भुखमरी के कारण गाजा ‘डेथ ज़ोन’ बन गया है। जहां एक तरफ बमबारी है तो दूसरी तरफ अमानवीय स्थिति।
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम का कहना है कि गाजा युद्ध से पहले एक फीसदी से भी कम आबादी भोजन की कमी का सामना कर रही थी और अब 15 फीसदी आबादी इस स्थिति से जूझ रही है।
"On a broader level, #Gaza has become a death zone. Much of the territory has been destroyed, more than 29,000 people are dead, many more are missing presumed dead and many, many more are injured.
Severe malnutrition has shot up dramatically since the war started, from under 1%…
— World Health Organization (WHO) (@WHO) February 21, 2024
विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने आशंका जताई है कि युद्ध लंबा खिंचने और सहायता वितरण प्रभावित होने से यह संख्या और बढ़ेगी।
महानिदेशक ने गंभीर चिंता व्यक्त की है कि वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम को गाजा के उत्तरी क्षेत्रों तक पहुँचने में कठिनाई हो रही है। वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक़, पिछले दिन उन्हें सहायता कर्मियों और मदद की ज़रूरत योग्य लोगों की सुरक्षा को देखते हुए उन इलाक़ों में सहायता वितरण को निलंबित करना पड़ा है।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर से गाजा पर जारी इजरायली बमबारी में शहीद हुए फिलिस्तीनियों की संख्या 29 हजार 313 हो गई है, जबकि 69 हजार 333 लोग घायल हैं। मरने वालों और घायलों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं।