नई दिल्ली। मंगलवार शाम 6:10 बजे दक्षिण की राजनीति के मुख्य स्तंभ और तमिलनाडु के 5 बार सीएम रहे एम करुणानिधि का निधन हो गया है। लंबी बीमारी के बाद करुणानिधि मंगलवार शाम अंतिम सांस ली। 94 वर्षीय द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (डीएमके) के सुप्रीमो करुणानिधि को गत माह ब्लड प्रेशर का स्तर गिरने की वजह से भर्ती कराया गया था।
पहले उनका उपचार घर पर ही चल रहा था, लेकिन बाद में तबीयत बिगडऩे की वजह से उन्हें कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया। तब कावेरी अस्पताल की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया था कि बढ़ती उम्र की वजह से ही करुणानिधि की तबीयत बिगड़ी है।
उन्हें बार-बार बुखार आ रहा है। इससे पहले उन्हें 18 जुलाई को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई। करुणानिधि 29 जुलाई से इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती थे जहां उनका उपचार चल रहा था।
दक्षिण की राजनीति के पितामह कहे जाने वाले करुणानिधि के बीमार होने और अस्पताल पहुंचने की खबर आते ही उनका हालचाल जानने वालों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम अपने कई मंत्रियों और एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेताओं के साथ करुणानिधि का हालचाल जानने पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन से भी मुलाकात की। ऐसा पहली बार है कि जब एआईएडीएमके के नेता करुणानिधि के गोपालापुरम आवास पर पहुंचे थे।
रहे चुके हैं पांच बार मुख्यमंत्री
पांच बार सीएम रहे कलैगनार करुणानिधि से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, कमल हासन के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा समेत कई जानी-मानी हस्तियां मिलने पहुंची थीं।