दिल्ली-एनसीआर में हवा की क्वालिटी बेहद ख़राब स्तर पर पहुंच चुकी है। यहाँ नागरिकों को वाहनों का कम से कम प्रयोग करने के साथ घरों में रहने की सलाह दी जा रही है। मौसम विभाग की ओर से चेतावनी दी गई है कि आने वाले दो दिनों में दिल्ली, नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण भयंकर रूप धारण कर सकता है।
राजधानी सहित आस पास के इलाक़ों में भी हालात खराब हैं। नियंत्रण के लिए दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ग्रेप-3 लागू कर दिया गया है।इसके चलते दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा गाजियाबाद में लॉकडाउन जैसे हालात हो गए हैं।
गाजियाबाद का लोनी इस समय भारी प्रदूषण की ज़द में है। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक यहाँ के कई इलाक़ों में एक्यूआई 500 के करीब पहुंच गया है। इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ने लगा है। धुंए के कारण आँखों में जलन और सांस लेने में समस्या के मामलों में बड़ी ही तेज़ी से वृद्धि देखने को मिली है।
परिस्थितियों से निपटने के लिए केंद्रीय वायु प्रदूषण आयोग ने समूचे एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-3 लागू कर दिया है। इसके तहत निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। बीएस-3 और बीएस-4 वाले वाहनों को चलाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।
#Delhi और आसपास के क्षेत्रों के प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान फिलहाल एक-तिहाई है जो अगले कुछ दिनों में 50 प्रतिशत तक जा सकता है। यह चिंताजनक आँकड़ा इस समस्या का स्थायी समाधान अविलंब खोजने की जरूरत पर प्रकाश डालता है। #AirPollution https://t.co/GvPWwa8ZmA
— Navjivan (@navjivanindia) November 4, 2023
हालात और ज्यादा खराब होंगे। ऐसे में नागरिकों को सलाह दी जा रही है कि वाहनों का कम से कम प्रयोग करें। इस दौरान डीजल से चलने वाले वाहन तो बिल्कुल भी ना चलाएं। जरुरी ना हो तो घर से बाहर ना निकले।
इस बीच बीते तीन दिनों में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों का उल्लंघन किये जाने के आरोप में 40 स्थलों पर करीब 22.75 लाख का जुर्माना लगाया गया है। नोएडा प्राधिकरण ने एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने पर 272 स्थलों पर एक करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया है।
दिल्ली-NCR की प्रदूषित हवा से मामूली राहत, विशेषज्ञों की चेतावनी— 12 साल तक लोगों की उम्र कम हो सकती हैhttps://t.co/lkJVNmLP53
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यही नहीं, क्षेत्र में वायु प्रदूषण नियंत्रण पर लापरवाही पर वर्क सर्कल तीन के वरिष्ठ प्रबंधन का वेतन भी रोक दिया गया है। प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री ने वायु प्रदूषण की रोकथाम के बाबत ऑनलाइन बैठक बुलाई। इसमें सभी विभागों के अधिकारी शामिल हुए। इसमें बताया गया कि रोजाना 60 स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही साथ महत्वपूर्ण निर्माण स्थलों पर 66 स्मोक गन लगाई गई है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन अधिनियम के तहत एनसीआर में संबंधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के निर्देश के तहत एक पखवाड़े में 5,000 से अधिक वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 17 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक अभियान चलाया।
डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव के मुताबिक इस अभियान के तहत 10 वर्ष पुराने 57 डीजल वाहन और 15 वर्ष पुराने 114 पेट्रोल वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। 1 नवंबर से शुरू हुए ट्रैफिक माह में भी चालान की कार्रवाई लगातार जारी है।
इन सबके बीच, बढ़ते प्रदूषण को लेकर अगर आपको घर से बाहर निकलना है तो तमाम तरह की सावधानियों का पालन करने के साथ ही बाहर निकलना होगा। नहीं तो आप कई बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।