बीजिंग। दक्षिणी चीन में मंगलवार को निधा तूफान के पहुंचने के कारण पर्ल नदी के डेल्टा क्षेत्र में यातायात बुरी तरह बाधित हो गया। बड़ी संख्या में उड़ानें भी रद्द करनी पड़ीं।
चक्रवाती तूफान ग्वांगदोंग प्रांत के शेनझेन शहर के दापेंग उपद्वीप पर तड़के तीन बजकर 35 मिनट पर आया। प्रांतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 151.2 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार वाला तूफान 25 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसके शेनझेन, दोंगगुआन, ग्वांगझू, फोशान और झाओक्विंग से ग्वांगदोंग के निकटवर्ती ग्वांग्शी झुआंग स्वायत्त क्षेत्र में जाने की संभावना है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तूफान के कारण शेनझेन और झुहाई से आने वाली सभी उड़ानें तड़के रद्द कर दी गईं। ग्वांगझू हवाई अड्डे की अधिकतर सेवाएं ठप रहीं। पर्ल नदी डेल्टा के शहरों से आने वाली और वहां जाने वाली सैंकड़ों रेलगाड़ियों के परिचालन में देरी हुई। नाननिंग रेलवे ब्यूरो के बयान के मुताबिक, मंगलवार को करीब 200 रेलगाड़ियों का परिचालन रद्द कर दिया गया। ग्वांगझू से नाननिंग, राजधानी गुआंग्शी और गुइझू प्रांत की राजधानी गुइयांग में भी ट्रेनों का आवागमन भी रोक दिया गया। शेनजेन खाड़ी स्थित बंदरगाह को भी बंद कर दिया गया है। शेनझेन में आपात स्थिति के लिए 2,000 सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के साथ 100 एंबुलेंस तैनात किए गए। चीन के राजकीय समुद्री प्रशासन ने सोमवार को तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था।
चीन पहुंचने से पहले निधा तूफान ने हांगकांग में अपना रौद्र रूप दिखाया। इसके कारण अधिकतर संस्थान बंद रहे और 150 से अधिक विमान सेवाएं रद्द की गईं। फेरी, ट्राम और बस सेवाएं भी स्थगित कर दी गईं। निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई, क्योंकि भारी बारिश की आशंका जताई गई है। तूफान के प्रभाव से100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। उड़ानें रद्द होने से हजारों की संख्या में यात्री हवाई अड्डे पर फंस गए। इससे पहले निदा तूफान के कारण मनीला में करीब नौ हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।