नैनीताल हाईकोर्ट ने योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को 22 से 30 नवंबर तक नेपाल जाने की अनुमति दे दी है। कोर्ट ने साफ किया है कि वह 1 दिसंबर को निचली अदालत के समक्ष पेश होकर लौटने की उपस्थिति दर्ज कराएंगे। bal krishna
न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी की एकलपीठ के समक्ष मंगलवार को मामले की सुनवाई हुई। बालकृष्ण ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि उसे अपने आश्रम के कार्य, दवाइयों व योग के लिए विदेश जाना पड़ता है इसलिए उनका पासपोर्ट रिलीज किया जाए तथा उन्हें 22 से 30 नवंबर तक के लिए नेपाल जाने की अनुमति दी जाए।
सीबीआई के अधिवक्ता की ओर से इस प्रार्थना पत्र का विरोध करते हुए कहा कि यदि व नेपाल गए तो वह वापस नहीं आएंगे। याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इससे पूर्व भी वो दो बार कोर्ट के अनुमति से नेपाल जा चुके हैं और उन्होंने दोनों बार आदेश का उल्लंघन नहीं किया। पक्षों की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट की एकलपीठ ने बालकृष्ण को 22 से 30 नवंबर तक नेपाल जाने की सशर्त अनुमति दी।