नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर डील मामले में सीबीआई पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पूछताछ कर सकती है। उनके अलावा मनमोहन के कार्यकाल में प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों से सवाल जवाब किया जा सकता है। सीएनन-न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी पूर्व प्रधानमंत्री के साथ ही उनके प्रधान सचिव टीकेए नैयर और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एमके नारायणन को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है। agustawestland
पूछताछ के दायरे में सीबीआर्इ के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा और पूर्व स्पेशल डायरेक्टर सलीम अली भी आ सकते हैं। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला साल 2013 में हुआ था। इस मामले में सीबीआई ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को गिरफ्तार किया है। उन पर डील में गलत प्रभाव डालने का आरोप है। अगस्ता वेस्टलैंड डील 3600 करोड़ रुपये की थी। लेकिन बाद में जब घोटाले की खबर आई तो यह डील रद्द कर दी गई।
त्यागी ने शनिवार (10 दिसंबर) को कोर्ट में कहा था कि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद के दौरान बदलावों की जानकारी तत्कालीन पीएमओ को था। हेलीकॉप्टर सौदे की प्रकिया सामूहिक निर्णय था। पीएमओ ने ऊंचाई में बदलाव करने को कहा था। सीबीआई अब अगस्त 2013 के दस्तावेजों के लिए केंद्र के पास जा सकती है। इसके जरिए वह सीनियर अधिकारियों के क्रियाकलाप की जानकारी मिल सके। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई के कई पूर्व अधिकारियों ने शायद जानकारी लीक कर दी हो। सीबीआई ने 9 दिसंबर को त्यागी, उनके चचेरे भाई संजीव त्यागी और वकील गौतम खेतान को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है इंडियन एक्सप्रेस की 13 फरवरी 2013 की रिपोर्ट के अनुसार इटली के जांचकर्ताओं ने सबसे पहले आरोप लगाया था कि त्यागी परिवार को अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में डील कराने के लिए घूस दी गई थी। इसके लिए टेंडर में अगस्ता की मदद करने वाले बदलाव किए गए। गौतम खेतान की पैसों के हेरफेर में मुख्य भूमिका सामने आई थी। उन पर आरोप है कि कई कंपनियों के जरिए उन्होंने पैसों को ट्रांसफर किया।