नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि महिलाएं संघ का विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय सहयोग कर रही हैं और समाज के कल्याण में उन्हें शामिल करने के लिए एक समानांतर संगठन की स्थापना की गई है। भागवत ने यहां विज्ञान भवन में अयोजित अपने तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला के पहले दिन कहा कि संघ केवल ‘‘संन्यासियों’’ का नहीं है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ऐसे भी स्वयंसेवक हैं जो विवाहित हैं और उनकी पत्नी एवं माता सक्रिय रूप से संघ की गतिविधियों में सहयोग करती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं भी संघ के कार्य में सक्रिय रूप से योगदान करती हैं और महिलाओं के लिए एक समानांतर संगठन, राष्ट्र सेविका समिति है जो कि समाज के कल्याण के लिए संघ की विचारधारा पर कार्य करता है।
भागवत ने कहा कि संघ का वित्तपोषण केवल अपने स्वयंसेवकों द्वारा दिये गए दान पर होता है। एक भी पैसा बाहर से नहीं लिया जाता और यदि कोई देता भी है तो संगठन लौटा देता है।