कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित राष्ट्रीय कार्यबल की पहली बैठक का आयोजन मंगलवार को हुआ। ये कार्यबल, कार्यस्थल पर डॉक्टरों की सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देश तैयार करेगा।
उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित कार्यबल की पहली बैठक मंगलवार को हुई। इसका मक़सद देश में स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए दिशा निर्देश तैयार करना है।
इस बैठक में प्राथमिकता वाले मुद्दों की पहचान करने के अलावा उनके समाधान की रूपरेखा तैयार करने के लिए विस्तृत परामर्श करने का फैसला किया गया।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला चिकित्सक के साथ होने वाली घटना के खिलाफ देशभर में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के बाद मामले पर स्वत: संज्ञान लेने के बाद दस सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया था।
जानकारी के मुताबिक़, बैठक में फैसला लिया गया कि एनटीएफ आईएमए, संबंधित रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन जैसे हितधारकों के साथ विस्तृत बातचीत करेगी।
दरअसल इस मामले में उनके विचारों को जानना और उनकी बात सुनना एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसके अलावा मसौदा निर्धारित समय के भीतर तैयार किया जाना है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, इस संबंध में यह भी फैसला किया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय एक पोर्टल का प्रारम्भ करेगा जिसपर सभी हितधारक इस मुद्दे पर अपनी राय और जानकारी साझा कर सकेंगे। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पिछले बुधवार को एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया गया था।
बताते चलें कि टास्क फोर्स के दस सदस्यों में वाइस एडमिरल आरती सरीन, महानिदेशक (चिकित्सा सेवाएं), डॉ डी नागेश्वर रेड्डी, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और एआईजी हॉस्पिटल्स, हैदराबाद, डॉ एम श्रीनिवास, एम्स-दिल्ली निदेशक और डॉT प्रतिमा मूर्ति, निदेशक, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु शामिल हैं।