प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को तीन दिवसीय यात्रा पर रूस और ऑस्ट्रिया रवाना होंगे। इस सफर में उनकी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में व्यापार बढ़ाने पर बात होगी।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रियाई चांसलर नेहमर की बीते दिन की साझा की गई सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होने की उम्मीद जताई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की उम्मीद करता हूं।
यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन-मोदी मुलाकात को भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली रूस यात्रा है। भारत ने युद्ध के बीच पश्चिमी देशों की नाराजगी के बावजूद रूस से तेल-गैस की आपूर्ति जारी रखी और निष्पक्ष देश की भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री मोदी 8 – 9 जुलाई को रूस यात्रा पूरी करने के बाद ऑस्ट्रिया के लिए रवाना होंगे और 9 -10 जुलाई को ऑस्ट्रिया में रहेंगे। बताते चलें कि पिछले चार दशकों में ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली ऑस्ट्रिया यात्रा होगी।
प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन और चांसलर से मिलेगें। इस दौरान चांसलर नेहमर के साथ प्रधानमंत्री मोदी भारत-ऑस्ट्रिया के शीर्ष उद्यमियों की बैठक को भी संबोधित करेंगे। साथ ही वह वियना में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाक़ात करेंगे।