श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में शुक्रवार शाम सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन का कुख्यात आतंकवादी बुरहान वानी मारा गया था। बुरहान हिजबुल मुजाहिद्दीन का वांछित कमांडर था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था। उसे हिजबुल का पोस्टर ब्वॉय भी कहा जाता था। बुरहान के मारे जाने के विरोध में अलगाववादी संगठनों ने हड़ताल का आह्वान किया है। जिसके कारण श्रीनगर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। पुलवामा, सोपियां और अनंतनाग में कर्फ्यू लगा दिया है। विरोध में घाटी में भड़की हिंसा में 11 लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक प्रदर्शनकारियों तथा सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में अभी तक 126 लोग जख्मी हुए हैं। जम्मू और कश्मीर की पुलिस ने बताया कि इस झड़प में सुरक्षा बलों के 96 जवान भी घायल हुए हैं। हिंसक भीड़ ने पांच भवनों में आग लगा दी, जिनमें तीन पुलिस प्रतिष्ठान हैं। इसके अलावा कुछ गाड़ियों को भी आग के हवाले किए जाने की सूचना है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक बारामुला-काजीगुंड ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। श्रीनगर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बंद कर दी गई हैं। सभी बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। कश्मीर घाटी में तनाव के बाद अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। शनिवार को किसी भी तीर्थयात्री को जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना नहीं होने दिया गया।
जम्मू में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद तनाव की वजह से जम्मू से किसी भी यात्री को कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दी गई।’’ स्थिति की बाद में समीक्षा की जाएगी। तब तक अमरनाथ यात्रा रुकी रहेगी।