ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.5 इस समय संयुक्त राज्य अमेरिका में फैल रहा है। इसके बढ़ते प्रसार पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से अपील करते हुए बचाव सम्बन्धी एडवाइज़री जारी की है। जिसके मुताबिक़ ऐसे देश जहां कोरोना संक्रमण का प्रकोप ज्यादा है, वहां की यात्रा करने वाले अपने यात्रियों को मास्क पहनने की सलाह दें।
मंगलवार को डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी – कैथरीन स्मॉलवुड ने इस एडवाइज़री के लागू किये जाने पर अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि लंबी दूरी व उच्च जोखिम वाली जगहों पर जाने वाले यात्रियों को मास्क पहनने की सलाह दी जानी चाहिए। साथ ही उन्हने यात्रा से पूर्व देशों को परीक्षण को साक्ष्य के तौर पर रखने की जरूरत की बात कही और कार्रवाई पर विचार किये जाने पर यात्रा उपायों को गैर-भेदभावपूर्ण तरीके से लागू करने की बात भी कही।
Covid-19: उच्च संक्रमण वाले देशों के यात्रियों को मास्क पहनने की सलाह, WHO ने जारी की एडवाइजरी#COVID19 #Coronavirus #CoronavirusUpdateshttps://t.co/UlnNFF4N4b
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) January 11, 2023
अधिकारियों के मुताबिक़ यूरोप के कई देशों में भी सबवैरिएंट की जानकारी मिली है। अमेरिका में 27.6% संक्रमण के लिए XBB.1.5 जिम्मेदार बताया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों के अनुसार ओमिक्रॉन वैरिएंट XBB.1.5 अत्यधिक ट्रांसमिसिबल जो कि रविवार तक संयुक्त राज्य अमेरिका में कोरोना के 27.6 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार है।
भारत में कोविड संक्रमण को लेकर घबराने की ज़रूरत नहीं है। इस सम्बन्ध में यूरोपीय, उत्तरी अमेरिकी और पूर्वी एशियाई देशों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है। भारत में संक्रमण को देखते हुए सभी एहतियाती क़दमों को उठाया गया है। एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के साथ ही देश में जीनोमिक मॉनिटरिंग बढ़ा दी है। विशेषज्ञों के अनुसार वायरस की तीव्रता इतनी नहीं है। रिपोर्ट से ये भी पता चलता है कि आने वाले हफ्तों में किसी नए वेरिएंट या कोविड वृद्धि की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है।