दुबई में घर खरीदने और प्रॉपर्टी बनाने वाले विदेशियों में भारतीय नागरिक पहले नंबर पर हैं। ‘ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ द्वारा जारी ‘दुबई अनलॉक्ड’ शीर्षक वाली रिपोर्ट भारत और पकिस्तान के अलावा दुनियाभर के लोगों के दुबई में खरीदी गई प्रॉपर्टी का खुलासा करती है।
दुबई लीक्स के अनुसार, 29,700 भारतीयों के पास दुबई में 35,000 संपत्तियां हैं जिनमें घर, कार्यालय, शॉपिंग मॉल और वर्कशॉप शामिल हैं।
दुबई में भारतीय नागरिकों की इन संपत्तियों की कुल कीमत 17 अरब डॉलर है। प्रॉपर्टी का ये आंकड़ा दुबई में संपत्ति बनाने वाले विदेशियों में भारतीय नागरिकों को पहले नंबर पर लाता हैं।
दुनिया की 70 से अधिक पत्रकारिता संस्थाओं और पत्रकारों ने मिलकर एक रिपोर्ट जारी की है। खोजी पत्रकारिता के तहत तैयार इस रिपोर्ट का नाम ‘दुबई अनलॉक्ड’ है। छह माह तक की जाने वाली ये पड़ताल ‘ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट’ (ओसीसीआरपी) की सरपरस्ती में पूरी हुई है।
‘दुबई अनलॉक्ड’ क्या है जिस पड़ताल से भारत और पाकिस्तान के लोगों की प्रॉपर्टी का पता चला? https://t.co/rK3SjahXsU
— BBC News Hindi (@BBCHindi) May 16, 2024
इस रिपोर्ट से अंदाज़ा होता है कि किस तरह दुबई, भारतीयों और पाकिस्तानियों सहित दुनियाभर के रईसों के लिए प्रॉपर्टी इन्वेस्मेंट का सबसे बेहतरीन मुल्क साबित हुआ है।
दुबई में भारतीय संपत्तियों के अधिकांश मालिक उद्योगपति हैं जबकि कुछ राजनेता, नौकरशाह और शोबिज हस्तियां भी इस सूची में शामिल हैं। हालांकि यह रिपोर्ट ऐसा दावा बिल्कुल नहीं करती है कि दुबई में बनाई गई ये प्रॉपर्टी ग़ैर-क़ानूनी ढंग से ख़रीदी गई है।
इस रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि दुबई को दुनिया का सबसे आधुनिक और विकसित शहर बनाने में एशियाई देशों के निवेशकों का भी बड़ा हाथ है और इन देशों की कई हस्तियों के पास अपने देश की तुलना में दुबई में अधिक संपत्ति है।