सिडनी, 10 जनवरी : भारत ने ऑस्ट्रेलिया से मिले 407 रन के बेहद मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए जोरदार शुरुआत की लेकिन इसके बाद उसने दोनों ओपनरों के विकेट गंवा दिए। टीम इंडिया ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को स्टंप्स तक दो विकेट खोकर 98 रन बना लिए हैं और उसे मैच के पांचवें दिन जीत के लिए 309 रन बनाने हैं जो एक मुश्किल चुनौती है।
ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन चायकाल के समय अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 312 रन बनाकर घोषित की। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 94 रन की बढ़त हासिल थी और उसने भारत के सामने 407 रन का मुश्किल लक्ष्य रख दिया।
भारतीय ओपनरों रोहित शर्मा (52) और शुभमन गिल (31) ने इस मुश्किल लक्ष्य का साहस के साथ पीछा करना शुरू किया और पहले विकेट के लिए 71 रन की बेहतरीन साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने तेजी के साथ बल्लेबाजी करते हुए रन बटोरे। लेकिन जोश हेजलवुड ने गिल को विकेटकीपर टिम पेन के हाथों कैच कराकर भारत को पहला झटका दे दिया। गिल अपनी पारी को लम्बा नहीं खींच पाए और 64 गेंदों में चार चौकों की मदद से 31 रन बनाकर आउट हो गए।
मैदान पर उतरे चेतेश्वर पुजारा आने के साथ ही डीआरएस का सहारा लेकर बचे। जोश हेजलवुड की गेंद पर अम्पायर ने पुजारा को पगबाधा आउट दे दिया लेकिन पुजारा ने तुरंत डीआरएस का सहारा लिया और अम्पायर को अपना फैसला बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारत के लिए यह बड़ी राहत की बात थी। उस समय पुजारा का खाता नहीं खुला था।
रोहित ने चौका मारकर कर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन अर्धशतक पूरा करने के बाद पैट कमिंस की गेंद पर पुल करने के प्रयास में गेंद को नीचे नहीं रख पाए और मिशेल स्टार्क को कैच थमा कर पवेलियन लौट चले। रोहित का आउट होना भारत के लिए बड़ा झटका था क्योंकि वही ऐसे बल्लेबाज थे जो तेजी से रन बटोर रहे थे और अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना सकते थे।
रोहित का विकेट दिन की समाप्ति से तीन ओवर पहले गिरा और उस समय भारत का स्कोर 92 रन था। रोहित ने 98 गेंदों पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाये। पुजारा और कप्तान अजिंक्या रहाणे ने इसके बाद शेष खेल सुरक्षित निकाल लिया। स्टंप्स के समय पुजारा 29 गेंदों पर नौ रन और रहाणे 14 गेंदों पर चार रन बनाकर क्रीज पर थे। इन दोनों बल्लेबाजों पर सोमवार को पांचवें और अंतिन दिन भारत के लिए मैच बचाने या जीत दिलाने की भारी जिम्मेदारी रहेगी।