फ़िलिस्तीनियों का कहना है कि इस्राईल के खुल्लम-खुल्ला अपराधों पर विश्व समुदाय की चुप्पी के बहुत बुरे परिणाम सामने आएंगे।
फ़िलिस्तीन की स्वशासित सरकार ने एक बयान जारी करके एलान किया है कि फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध इस्राईल के अत्याचारों एवं अपराधों पर विश्व समुदाय की चुप्पी उचित नहीं है। उसने चेतावनी दी है कि इस मौन के ख़तरनाक परिणाम सामने आएंगे।
फ़िलिस्तीन के विदेश मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया है कि हालिया दिनों में फ़िलिस्तीनियों की ज़मीनों, पवित्र स्थलों, संस्थाओं और स्वयं फ़िलिस्तीनियों पर इस्राईल के अत्याचारों में अप्रत्याशित ढंग से वृद्धि अकारण नहीं है। इस बयान के अनुसार ज़ायोनियों की ओर से जातिवादी क़ानूनों को पारित कराए जाने का मुख्य उद्देश्य वास्तव में निहत्थे फ़िलिस्तीनियों के प्रतिरोध को समाप्त करना है।
इसी बयान में ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री की ओर से फ़िलिस्तीनी बंदियों को फांसी देने के बारे में उनकी सहमति की कड़ी निंदा की गई है। फ़िलिस्तीनियों के बयान के अनुसार अमरीका द्वारा इस्राईल का खुला समर्थन, ज़ायोनी शासन की ओर से फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध अधिक अत्याचार करने का कारण बना है। एेसे में इन अत्याचारों पर विश्व समुदायकी चुप्पी उचित नहीं है।