मिस्र के सामेह असकर ने सऊदी क्राउन प्रिंस की तीव्र निंदा की, और कहा- ईरान पर हमला करने की हिम्मत नहींमिस्र के सामेह असकर ने सऊदी क्राउन प्रिंस की तीव्र निंदा की, और कहा- ईरान पर हमला करने की हिम्मत नहीं मिस्र के राजनीतिक मामलों के विश्लेषक सामेह असकर ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की तीव्र निंदा करते हुए उन्हें डरपोक बताया और कहा है कि उनमें ईरान पर हमला करने की हिम्मत नहीं है, उन्होंने कहाः वह सऊदी अरब को एक बंद गली की तरफ़ ले जा रहे हैं।
इस विश्लेषक ने एक एनीमेटेड फिल्म जिमसे सऊदी अरब को ईरान पर हमला करते हुए दिखाया गया है की समीक्षा करते हुए ट्वीट कियाः सऊदी अरब की इस फिल्म में सऊदी सेना के तेहरान पर हमले और बूशहर के परमाणु संयंत्र को ध्वस्त करते हुए दिखाया गया है,
इस प्रश्न को छोड़ दें कि जिनके पास सनआ पर कब्ज़ा करने की शक्ति नहीं है वह कैसे तेहरान पहुँच कर अपने सपने को हकीकत बना सकते हैं? इससे बड़ा और महत्वपूर्ण एक दूसरा प्रश्न है।
उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखाः इस प्रकारी की वीडियों क्लिप का उत्पादन जिन में शत्रुता को दिखाया गया हो, वह ऐसे दो देशों के बीच होता है जो पड़ोसी न हो और दोनों के बीच साझा हित न पाए जाते हों, क्योंकि फिल्म दो देशों के बीच युद्ध की आग को भड़का सकता है।
इस आधार पर कहा जा सकता है कि बिन सलमान संकट को बढ़ाते हुए खतरनाक स्तर तक ले जा रहे हैं, और चूँकि दोनों देश एक ही क्षेत्र के हैं और दोनों के साझा हित भी हैं इसलिए बिन सलमान का यह कदम सऊदी जनता को बंद गली की तरफ़ ले जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बिन सलमान एक डरपोक व्यक्ति हैं और उनके अंदर ईरान से लड़ने की हिम्मत नहीं है और इस प्रकार की फिल्म केवल देश की जनता को लुभाने के लिए हैं, जैसे कि इससे पहले रूस और अमरीका के लीडर अपनी राजनीतिक और आर्थिक हार को छिपाने के लिए किया करते थे, निःसंदेह सऊदी अरब इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है और यही कारण है कि बिन सलमान सऊदी अरब के अमीर राजकुमारों की सम्पत्ती पर डाका डालने को मजबूर हुए हैं।
इस विश्लेषक ने लिखाः कतर, यमन, इराक़, सीरिया और लेबनान में ईरान के फायदे में सऊदी अरब का प्रभाव कम होने के कारण क्षेत्र में सऊदी अरब के गिने चुने सहयोगी रह गए हैं, यही कारण है कि सऊदी अरब अपने पैसे से सहयोगी खरीदने पर मजबूर हुआ है जिसका एक नमूना सूडान के राष्ट्रपति उमर अलबशीर हैं।
उसके बाद असकर ने बिन सलमान को संबोधित करके कहाः मैं सऊदी क्राउन प्रिंस को नसीहत करता हूँ: जो सहयोगी पैसे से खरीदे जाते हैं वह केवल बिन खतरे वाले युद्धों में तुम्हारे पास होंगे, लेकिन कठिन मुकाबले और बड़े मैदानों में वह तुम्हारा साथ छोड़ देंगे।
बताते चलें कि सऊदी मीडिया ने “प्रतिरक्षा शक्ति” नामक फिल्म जारी की है जिसमें एक ईरानी नौका सऊदी अरब की मानवता प्रेमी सहायता को ले जा रही कश्ती पर हमला करती है जिसके बाद युद्ध की आग भड़क उठती है और अंत में ईरान की शासन व्यवस्था का अंत हो जाता है।
इस फिल्म के एक भाग में सऊदी सेना को बैलिस्टिक मीसाइल से बूशहर के परमाणु संयंत्र और ईरान के एयर बेस पर हमला करते हुए दिखाया गया है और एक वायु एवं जल ऑपरेशन हली बर्न के बाद वह ईरान में प्रवेश कर जाते हैं और टैंको के साथ तेहरान तक पहुँच जाते हैं।
फिल्म के अंत में कुछ लोगों को दिखाया गया है, जो कि ईरानी हैं जिन्होंने सऊदी क्राउन प्रिंस के पोस्टरों को हाथों में ले रखा है, और सऊदी झंडे वाले टैंक तेहरान की सड़कों पर दौड़ रहे हैं और सऊदी युद्धक विमान ऊपर से पर्चे बरसा रहे हैं।