लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में नेशनल हाइवे पर मां-बेटी के गैंगरेप की घटना के बाद राज्य सरकार हरकत में है। सरकार ने कार्रवाई करते हुए बुलंदशहर के एसएसपी, एसपी सिटी और सीओ को सस्पेंड कर दिया गया है। दूसरी तरफ सीएम अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को बुलंदशहर में मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं और पुलिस से कहा है कि 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। मौके पर डीजीपी पहुंचे हैं।
मुख्य आरोपी की तलाश के लिए पूरे प्रदेश में 15 टीमें रवाना की गईं हैं। पुलिस ने तीन आरोपी को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों से पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है। अब भी दर्जन भर आरोपी पकड़ से बाहर हैं।
नोएडा का रहने वाला परिवार परसों रात बुलंदशहर के रास्ते शाहजहांपुर जा रहा था। नेशनल हाइवे 91 पर बुलंदशहर से महज दो किलोमीटर दूर सडक पर कार रोककर अगवा किया और फिर बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। 14 साल की बच्ची और उसकी मां के साथ दरिंदों ने गैंगरेप किया। दो घंटे तक परिवारवालों को बंधक बनाकर रखा गया और बाद में पैसे गहने लूट लिए गए।
शुक्रवार की रात 11।30 बजे एक ही परिवार के 6 लोग नोएडा से शाहजहांपुर एक रिश्तेदार के यहाँ तेरहवीं के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकले थे। जब बुलंदशहर के करीब पहुंचने को थे तो उनकी गाड़ी पर किसी चीज़ से हमला हुआ। पीड़ित परिवार बच-बचाते रोके बिना गाड़ी को आगे ले जाता रहा, लेकिन एक किलोमीटर आगे बढ़ने पर एक बार फिर से रोज़दार आवाज़ के साथ हमला हुआ और जबरन गाड़ी को रोका गया।
गाड़ी रोकते ही बीच हाइवे पर 7-8 लोगों ने गाड़ी को घेर लिया और गाड़ी में मौजूद 3 पुरुषों को बन्दूक की नोक पर कब्जे में ले लिया गया। डकैती करने आए लोगों में से एक ने गाड़ी को हाईवे से नीचे खेतों में उतार लिया। गाड़ी में बैठी 3 महिलाओं से मार पीट कर कुछ गहने उतरवाए फिर उनमें से दो के साथ गैंगरेप किया गया जिसमें 1 नौवीं में पढ़ने वाली 13 साल की लड़की थी और दूसरी उसकी माँ।
यह सब रात 1:15 के करीब हुआ। 2 से ढाई घंटे तक यह सब हुआ। परिवार का दावा है गहने और कैश मिलकर डेढ़ लाख रुपये की लूट हुई।
यह सब होने के बाद डकैतों ने परिवार के सभी लोगों के हाथ पैर बांध दिए, जिससे किसी तरह निकल कर पुलिस को सूचना दी गई। पहली बार 100 नंबर पर फोन किया लेकिन जवाब नहीं मिला। थाना हादसे की जगह से केवल 2 किलोमीटर दूर था।