वॉशिंगटन. भारत की इकोनॉमी बेहद मजबूत रास्ते पर चल रही है. इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड (IMF) की चीफ क्रिस्टीन लेगार्द का कहना है कि भारत की इकोनॉमी बेहद मजबूत रास्ते पर चल रही है। लेगार्द ने नोटबंदी और जीएसटी को इकोनॉमी में सुधार के लिए ऐतिहासिक कदम बताया है। उन्होंने कहा, “अगर इन सुधार के कदमों से कुछ वक्त के लिए थोड़ी मंदी आती है तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।” बता दें कि जेटली अमेरिका में वर्ल्ड बैंक और इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) की मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे हैं।
IMF ने ग्रोथ कम रहने का अनुमान जताया था
कुछ दिन पहले ही IMF ने 2018 के लिए जीडीपी की रफ्तार 6.7 रहने का अनुमान लगाया था। ये 2016 के मुकाबले 0.3 फीसदी कम है।
IMF ने जीडीपी की रफ्तार कम रहने के पीछे नोटबंदी और जीएसटी जैसे कदमों को जिम्मेदार माना था।
मजबूती की बात किस बेस पर कही?
लेगार्द के मुताबिक, “भारत की बात करें तो हम थोड़ी सी कमी देखते हैं। लेकिन, हमें यकीन है कि भारत मीडियम और लॉन्ग टर्म में विकास के मजबूत रास्ते पर चल रहा है। ये पिछले कुछ साल के भीतर लिए गए सुधार के कदमों की वजह से है। लेकिन, अगर मीडियम टर्म की बात करें तो भारत की इकोनॉमी का रास्ता आगे बेहद मजबूत है।”
महंगाई कम होगी, रोजगार भी मिलेंगे: IMF
“हम उम्दीद करते हैं कि घाटा कम होने की वजह से महंगाई कम होगी। स्ट्रक्चरल रिफॉर्म रोजगार देंगे, जिसकी भारत की जनता खासतौर से युवा पीढ़ी को भविष्य में जरूरत है।”
गुजरात के नतीजे बताएंगे, लोग किसका सपोर्ट करते हैं- जेटली
अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे सुधारों को लागू करने के लिए पूरी दुनिया भारत की हिम्मत की दाद दे रही है। गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे बता देंगे कि लोग किसका सपोर्ट करते हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में जेटली ने कहा, “जीएसटी और नोटबंदी जैसे स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स पर दुनिया में एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी है। इसमें भारत की इमेज एक भरोसेमंद देश की बनी है। बीते 3 सालों को देखें तो कई देशों की इकोनॉमी में गिरावट आई है। इससे तुलना करें तो भारत बेहतर स्थिति में था। इसका फायदा उठाते हुए नोटबंदी, जीएसटी जैसे सुधार किए। इसके लिए काफी हिम्मत की जरूरत थी। यहां दुनियाभर से आए लीडर्स और एक्सपर्ट्स सुधारों को लेकर भारत के हौसले की तारीफ कर रहे हैं।”