नई दिल्ली, भारतीय रेलवे की नई तरह की तेज तर्रार ट्रेन तेजस एक्सप्रेस चलने के लिए तैयार हो गई है. रेलवे के आला अफसरों के मुताबिक तेजस ट्रेन की पहली रैक बनकर तैयार हो चुकी है और इस ट्रेन को मई के मध्य तक चला दिया जाएगा. तेजस एक खास तरह की ट्रेन है. इसमें wifi, इंटरटेनमेंट सर्विसेस और दूसरी सुख-सुविधाओं का ख्याल रखा गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह देश की पहली ट्रेन होगी जिसमें ऑटोमेटिक डोर क्लोजिंग की व्यवस्था की गई है. तेजस ट्रेन के पहले रैक को आरसीएफ कपूरथला में तैयार किया गया है.
ट्रेन की रफ्तार 140 किमी प्रति घंटे होगी
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पहले ही ऐलान किया था कि जून 2017 तक तेजस की 3 नई सेवाएं यात्रियों के लिए पटरी पर उतार दी जाएंगी. तेजस शताब्दी क्लास की ट्रेन होगी और इसको 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने के लिए तैयार किया गया है. देश की पहली तेजस ट्रेन को जल्द ही हरी झंडी दिखाई जाएगी. तेजस ट्रेन की रफ्तार 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच रखी जाएगी. इस ट्रेन का इंटीरियर खास तरीके का होगा. पूरी की पूरी ट्रेन सीटिंग अरेंजमेंट के साथ होगी, इसमें बॉयो टॉयलेट लगे होंगे. हर एक सीट पर LED स्क्रीन होगी.
रेलवे ने पिछले साल ही अपने टाइम टेबल में तीन तेजस ट्रेनों को जगह दी थी. इन तीन तेजस ट्रेनों के बीच में पहली तेजस ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और चंडीगढ़ के बीच में रखी गई थी. यह ट्रेन बुधवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी और इस के रूट में कोई भी कमर्शियल स्टाफ नहीं होगा. दूसरी तेजस ट्रेन लखनऊ और दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन के बीच चलाए जाने की योजना है. इस रूट पर कानपुर पर कमर्शियल स्टॉपेज दिया जाएगा. बृहस्पतिवार को छोड़कर यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलाई जाएगी. तीसरी तेजस ट्रेन को मुंबई CST और गोवा के करमाली स्टेशन के बीच चलाए जाने का प्रावधान है. यह ट्रेन सप्ताह में 5 दिन चलाई जाएगी और इसमें कई कॉमर्शियल स्टॉपेज दिए जाएंगे.