मल्लापुरम : सांसद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले केरल के बीजेपी नेता ने बीफ विवाद से जुड़े अपने बयान पर सफाई दी है. Bjp
एन श्री प्रकाश ने कहा ‘मैं गोहत्या के खिलाफ हूं लेकिन लोग अपनी मर्ज़ी से किसी भी तरह का मीट खा सकते हैं.’ बता दें कि श्री प्रकाश उत्तरी केरल के मल्लापुरम से सांसद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.
पिछले हफ्ते उन्होंने वोटरों से कहा था कि अगर उन्हें चुना जाता है तो वह उच्चतम क्वॉलिटी के बीफ और व्यवस्थित बूचड़खाने का वादा करते हैं.
उनका यह बयान इसलिए विवादों में आ गया क्योंकि यह यूपी में बीजेपी द्वारा अवैध बूचड़खानों पर की जा रही कार्रवाई के एकदम विपरीत है.
गौरतलब है कि मल्लापुरम में 12 अप्रैल को लोकसभा सदस्यता के लिए वोट पड़ने हैं. इस सीट से ई अहमद सासंद थे जिनका एक फरवरी को बजट पेश होने वाले दिन ही संसद के भीतर निधन हो गया था.
अब यहां दोबारा चुनाव होने जा रहे हैं. इस इलाके में 64 प्रतिशत जनसंख्या मुसलमानों की है. केरल में गोहत्या पर पाबंदी नहीं है और गाय तथा भैंस का मीट यहां आमतौर पर खाया जाता है. इस राज्य के कई इलाकों में इसे पारंपरिक खाने का हिस्सा माना जाता है.
रविवार को केरल बीजेपी ने कहा कि उन्हें श्रीप्रकाश की टिप्पणी से कोई परेशानी नहीं है. राज्य में पार्टी के मुख्य सचिव एमटी रमेश ने कहा कि ‘जब तक केरल में बीफ पर पाबंदी नहीं है, तब तक बीजेपी की स्टेट यूनिट को इसके सेवन से कोई दिक्कत नहीं है.’
उन्होंने आगे कहा ‘मुद्दा तो तब उठेगा जब पाबंदी लगाई जाएगी. जब बैन ही नहीं है तो कानूनी रूप से कुछ गलत कैसे हो सकता है.’
वहीं श्रीप्रकाश ने साफ कहा ‘मेरा पक्ष साफ है. मैं गोहत्या के खिलाफ हूं लेकिन लोग खाना तो अपनी मर्जी से ही खाएंगे. आप मीट खाना चाहते हैं तो खाइए, किसी भी तरह का.’ जहां तक राज्य में गोमांस के प्रतिबंध की बात है तो उस पर प्रकाश ने कहा ‘पहले मुझे चुन तो लीजिए.’
उत्तरप्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर हुई कार्यवाही की शुरूआत राज्य के नए सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में हुई है. इस कदम से एक्सपोर्ट पर असर पड़ने के साथ ही मुसलमानों पर भी प्रभाव पड़ने की बात कही जा रही है जिनका मीट इंडस्ट्री पर प्रभुत्व है.
भारत, भैंस का मांस एक्सपोर्ट करने वाले दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है. भारत में उत्तरप्रदेश भैंस के मांस का सबसे बड़ा उत्पादक है.