वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 6 देशों के मुस्लिम नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर रोक के फैसले को कोर्ट से रद्द करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है । Us
ट्रंप ने हवाई कोर्ट के इस फैसले को न्यायपालिका का कार्यपालिका के काम में दखल बताया है। अमेरिका के नेशविले में उन्होंने कहा कि ये बहुत ही ‘बुरी खबर, और उदास करने वाली खबर है।’
हवाई कोर्ट के फैसले के बाद ट्रम्प ने कहा कि, ‘अदालत ने जिस आदेश पर रोक लगाई है उसके प्रावधान पहले आदेश कम सख्त थे, ये पहले कभी नही हुआ न्यायिक हस्तक्षेप है।’ डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो वे इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।
हवाई की अदालत ने पूरे अमेरिका में ट्रम्प के आदेश पर रोक लगाते हुए कहा कि, ‘ नया कार्यकारी आदेश विधिसम्मत नहीं है, और ये मुसलमानों के साथ भेदभाव कायम करने की मंशा के साथ लागू किया गया है।’
इससे पहले अमेरिका में सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के रोक के ट्रम्प प्रशासन के फैसले को अमेरिका की कई संघीय अदालतों ने गैर कानूनी करार दिया था और इस पर रोक लगा दी थी, इसके बाद ट्रम्प ने इस योजना के प्रावधानों में कुछ ढील दी थी और प्रतिबंध सूची से इराक का नाम बाहर कर दिया था।
इसके अलावा संशोधित वीजा ट्रैवल बैन में पहले से ग्रीन वीजा धारकों को अमेरिका में आने की इजाजत दी गई थी, लेकिन बावजूद इसके हवाई की अदालत ने इस आदेश पर रोक लगा दिया।
अपने चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि वे दुनिया के कुछ देशों के मुसलमानों के अमेरिका प्रवेश पर रोक लगा देंगे।
हालांकि डोनाल्ड ट्रम्प के इस फैसले की अमेरिका के अलावा पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। इसके बाद ट्रम्प ने 6 देशों के मुसलमानों पर अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने की योजना बनाई है।