इंफाल: मणिपुर में जैसे-जैसे चुनावों के दिन नजदीक आ रहे हैं, राज्य में हिंसक गतिविधियों में भी तेजी आई है. पहले से ही आर्थिक नाकेबंदी से जूझ रहे मणिपुर वासियों के लिए ये हिंसा और ज्यादा परेशानी का सबब बन गई हैं. violent
यहां जारी हिंसा का आलम यह है कि उत्तेजित लोगों ने पुलिस दल पर ही हमला कर दिया और पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
जबकिइंफाल में एक बम विस्फोट हुआ. पुलिस ने बताया कि ये घटनाएं खुंदरकपाम विधासभा क्षेत्र में हुईं.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचना मिली कि खोगेन नामक पुलिस उपनिरीक्षक ने अपने घर में जिंदा कारतूस रखे हैं.
सूचना की सच्चाई जानने के लिए पुलिस खोगेन के घर छानबीन करने के लिए गई. इस दौरान भीड़ ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया.
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां दागी. पुलिस कार्रवाई में एक सात महीने के शिशु सहित कुछ लोगों को चोटें आई हैं.
उधर, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खोगेन को गिरफ्तार करने के पीछे एक राजनीतिक मकसद है और उनके घर से कुछ भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली है.
इसके अलावा गिरफ्तारी वारंट पेश करने में विफल रहे पुलिस कमांडो ने कथित रूप से इस बात से भी इंकार किया कि कोई गिरफ्तारी वारंट जारी नहीं हुआ है.
इस बीच खुद को एक उग्रवादी संगठन का सदस्य बताने वाले कुछ युवकों ने वांगखेम विधानसभा क्षेत्र में नार्थ ईस्ट इंडिया डेवलपमेंट पार्टी के एक कार्यकर्ता, जॉन मैबाम को कथित रूप से धमकी दी कि यदि उन्होंने इस पार्टी के लिए काम न करने के उनके निर्देश का उल्लंघन किया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
इन हालातों के बाद भी पुलिस का दावा है कि राज्य में वे स्थिति को काबू में रखे हुए हैं. पुलिस ने सूबे में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराने का दावा किया.