नई दिल्ली। महेश भूपति डेविस कप टूर्नामेंट में भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे। भूपति फरवरी 2017 से अपनी नई पारी की शुरुआत करने वाले हैं। आनंद अमृतराज की जगह महेश भूपति को डेविस कप टूर्नामेंट की कप्तानी सौंपी गई है। भूपति को डेविस कप टीम का नया गैर खिलाड़ी कप्तान बनाया गया है जो न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे में तीन से पांच फरवरी तक होने वाले एशिया ओशियाना जोन ग्रुप एक के मुकाबले में प्रभार लेंगे। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला गैर खिलाड़ी कप्तान के तौर पर आनंद अमृतराज का आखिरी होगा। Anand Amritraj
एआईटीए महासचिव हिरण्यमय चटर्जी ने कहा कि हर किसी को कप्तान बनने का मौका मिलना चाहिए। कोई पद किसी एक व्यक्ति के साथ हमेशा नहीं रहता। मैंने महेश से बात की और पूछा कि क्या वह उपलब्ध है। उसने हां कहा। हम आनंद को विदाई मुकाबला देना चाहते थे।
यह पूछने पर कि अमृतराज इस फैसले से खुश हैं, चटर्जी ने कहा कि कोई जाना नहीं चाहता। लेकिन हर किसी को कप्तान बनने का मौका मिलना चाहिए।
उधर, निवर्तमान डेविस कप कप्तान आनंद अमृतराज ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआइटीए) के उन्हें फरवरी में विदाई मुकाबला दिए जाने के फैसले को कुछ कड़वा कुछ मीठा करार करते हुए कहा की उनकी जगह जिम्मेदारी संभालने वाले महेश भूपति को आगे मुश्किल समय से गुजरना होगा।
एआइटीए की कार्यकारी समिति ने अमृतराज को एक अंतिम मुकाबला देने का फैसला किया है। संघ ने उन्हें एक साल का कार्यकाल नहीं दिया है जैसी उन्होंने इच्छा व्यक्त की थी। अमृतराज ने कहा कि एआइटीए का यह दिलचस्प फैसला है।
मैं थोड़ा निराश हूं, क्योंकि मैंने उन्हें एक और साल देने का अनुरोध किया था, जिसके बाद अगर वे चाहते थे तो मैं स्वेच्छा से कप्तानी से हट जाता। अब ऐसा लगता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच मेरा विदाई मैच होगा और पिछले तीन वर्षों को देखते हुए यह फैसला मेरे लिए कुछ कड़वा कुछ मीठा है।
अमृतराज ने 2013 में एसपी मिश्रा से कप्तानी ली थी। अमृतराज ने कहा कि अप्रैल से कप्तानी संभालने वाले भूपति के सामने कड़ी चुनौती होगी, क्योंकि खिलाड़ी उनके तरीके से खुश थे।