लखनऊ. मायावती के स्मारक 5 साल बाद संवारे जाएंगे , 10 करोड़ का बजट जारी. यूपी की पूर्व सीएम मायावती के बनवाए स्मारकों के दिन फिर से लौट आए हैं। पांच साल से उपेक्षा के शिकार इन स्मारकों को अब 10 करोड़ की लागत से संवारा जाएगा। इसके लिए शासन ने बजट भी पास कर दिया है। फिलहाल पार्कों में लाइटों को सही किया जा रहा है।
स्मारकों और पार्कों की लाइटें हो रही दुरुस्त
मायावती के बनाए इन स्मारकों पर पूरे पांच साल बाद यूपी सरकार का ध्यान गया है। इसके लिए सीएम योगी ने आदेश भी जारी कर दिया है। सीएम के आदेश और बजट जारी होने के बाद से ही स्मारकों में काम भी शुरू हो गया है। एलडीए व स्मारक समिति ने सबसे पहले स्मारकों और पार्कों की लाइटें दुरुस्त करना शुरू किया है। इसी कड़ी में कांशीराम स्मारक में खराब पड़ी लाइटों को बदलवाने का काम चल रहा है। हालांकि कई कामों के टेण्डर होने हैं, जिसका स्मारक समिति ई टेण्डरिंग कराएगी। अभी केवल कुछ जरूरी काम किए जा रहे हैं, जिससे स्मारक की रौनक फिर से वापस आ सके।
मायावती के स्मारकों के मेंटिनेंस का बजट केवल दो दिन में ही शासन ने जारी कर दिया। एलडीए उपाध्यक्ष ने जिस दिन स्मारकों के मेंटिनेंस के बजट के संबंध में लेटर भेजा था उसके ठीक दो दिन बाद बजट जारी हो गया। स्मारक समिति के अधिकारियों का कहना है कि इतनी तेजी से आज तक बजट पास नहीं हुआ।
एलडीए सचिव सीमा सिंह ने कहा, स्मारकों को दुरुस्त करने के लिए शासन से बजट जारी हो गया है। 10 करोड़ रुपए से स्मारकों को संवारा जाएगा। इसके लिए जल्द ही टेंडर भी निकाले जाएंगे।
मायावती ने उठाया था स्मारकों के देखभाल का मुद्दा
इससे पहले मायावती ने भी स्मारकों के देखभाल की बात उठाई थी। मायावती ने कहा था- ”अगर योगी कांशीराम जी को लेकर ज्यादा चिंतित हैं तो उन्हें कांशीराम जी के स्मारकों की देखभाल सुनिश्चित करनी चाहिए।” ”लापरवाही के चलते कांशीराम और भीमराव अम्बेडकर के मेमोरियल बेहद खराब स्थिति में पहुंच गए हैं। पिछले कुछ साल में यूपी की सरकारों ने इनकी देखभाल के लिए कुछ भी नहीं किया।”